कुरुक्षेत्र: प्रदेश सरकार ने आखिरकार कॉलेज और यूनिवर्सिटी शिक्षकों के तीन महीने के आंदोलन के बाद छठे वेतन आयोग की अधिसूचना शुक्रवार को दोबारा जारी कर दी। इसके अनुसार शिक्षकों की काफी पुरानी मांग उनके प्रोबेशन समय को घटाकर दो साल के बजाय एक वर्ष कर दिया है। पहले शिक्षकों को तीन बार पदोन्नत होने पर हर बार दो साल के प्रोबेशन समय से गुजरना होता था। प्रदेश सरकार ने अधिसूचना के लिए 21 जुलाई को पत्र संख्या एडब्ल्यू-7/18-2009 सी/ आइ(3) जारी किया। कुवि टीचिंग एसोसिएशन और हरियाणा फेडरेशन ऑफ कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी टीचिंग एसोसिएशन के प्रधान डॉ. प्रदीप चौहान और सचिव डॉ. राजपाल ने अधिसूचना जारी होने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने शिक्षकों की अधिकतर मांगों को मान लिया है। शिक्षकों को यह मिला कुटा सचिव डॉ. राजपाल ने बताया कि विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर की सीधी भर्ती के लिए प्रदेश सरकार ने प्रकाशित किताबों की बजाय शोधपत्रों को योग्यता में शामिल कर लिया है। सीधी भर्ती में प्रोफेसर को 43000 रुपये का स्केल दिया गया है। पीएचडी के इंक्रीमेंट चार के बजाय पांच कर दिए हैं।
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