पारा शिक्षकों की नौकरी अब 60 साल तक
रांची। पारा शिक्षक अब 60 साल की उम्र तक नौकरी कर सकेंगे। शिक्षा मंत्री वैद्यनाथ राम ने इस पर सहमति जता दी है। जल्द ही इस प्रस्ताव को कैबिनेट से पारित कराया जाएगा। बुधवार को पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों के साथ शिक्षा मंत्री ने बैठक की। इसमें भू-राजस्व मंत्री मथुरा महतो, झामुमो विधायक जगन्नाथ महतो, आजसू विधायक कमल किशोर भगत और उमाकांत रजक भी मौजूद थे। बैठक में पारा शिक्षकों के कल्याण के लिए कई मुद्दों पर निर्णय लिए गए।
महिला पारा शिक्षकों को मातृत्व अवकाश और विशेष अवकाश का लाभ भी मिलेगा
वर्तमान मानदेय
इंटर अप्रशिक्षित : 5000 रुपए
इंटर-स्नातक अप्रशिक्षित : 5500 रुपए
स्नातक प्रशिक्षित : 6000 रुपए
(पारा शिक्षक फिलहाल अनुबंध पर कार्यरत हैं, कभी भी उन्हें हटाया जा सकता है।)
क्या होगा लाभ
* 60 साल कर सकेंगे नौकरी
* जून माह में 500 रुपए इंक्रीमेंट
* मिलेंगे 16 आकस्मिक अवकाश
* कल्याण कोष का होगा गठन
* मातृत्व और विशेष अवकाश
कितना बढ़ेगा बोझ
शिक्षा मंत्री की सहमति के बाद अगर यह प्रस्ताव कैबिनेट में पारित हो जाता है, तो बढ़े मानदेय के कारण प्रत्येक साल 4.20 करोड़ का बोझ झारखंड सरकार पर बढ़ेगा।
कल्याण कोष में जमा राशि से की जाएगी पारा शिक्षकों की मदद
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पारा शिक्षक कल्याण कोष का गठन करने का निर्देश दिया गया है। इस बाबत विभाग एक प्रस्ताव तैयार करेगा, जिस पर शीघ्र सहमति दी जाएगी। कल्याण कोष में सरकार एक बड़ी राशि जमा करेगी, साथ ही हर पारा शिक्षक के मानदेय से प्रति माह 10 रुपए उस कोष में जमा होंगे। किसी भी आकस्मिक स्थिति में पारा शिक्षकों को इस कोष से मदद दी जा सकती है। मंत्री ने कहा कि पारा शिक्षक नियुक्ति नियमावली को विधानसभा के आगामी सत्र में पास करा लिया जाएगा। मंत्री मथुरा महतो और तीनों विधायकों ने बैठक में लिए गए निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि इस फैसले से पारा शिक्षकों की स्थिति तो बेहतर होगी ही, शिक्षा के गुणात्मक स्तर में भी सुधार देखा जा सकेगा।