शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में बायो मैट्रिक्स सिस्टम लगाए जाने की योजना अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाई है। हालांकि शिक्षा विभाग ने इन्हें गर्मी की छुट्टियों के तुरंत बाद शुरू करने का दावा किया था। शिक्षा विभाग ने इस सिस्टम को लागू करने व चलाने के लिए मुंबई की कंपनी एमएस कोर प्रोजेक्ट्स एंड टेक्नोलॉजी को पांच साल के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिसके चलते उक्त कंपनी ने लगभग सभी स्कूलों में सामान भेज दिया था, लेकिन अब तक यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई है। इस सिस्टम के तहत स्कूलों में दिन में दो बार, जिसमें स्कूल शुरू होने से 15 मिनट पहले और 15 मिनट स्कूल की पूरी छुट्टी होने से पहले हाजरी लगानी होगी। इस हाजिरी का रिकार्ड उसी समय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय व निदेशक शिक्षा विभाग के कार्यालय में नेट के द्वारा उपलब्ध हो जाएगा।
इस सिस्टम के स्कूलों में चलने में ब्राडबैंड के कनेक्शन लगाए जाने थे, जो लग नहीं पाए है। इसके अलावा कंप्यूटर लैब बनाई जानी थी जो अभी तक नहीं बनी है।
भिवानी के डीईओ मित्रसेन मल्होत्रा का कहना है कि इस योजना को लागू करने का प्रयास जारी है। हमारे पास सारा सामान आ चुका है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी स्कूलों में ब्राडबैंड नेट की सुविधा शुरू करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि यह सुविधा शुरू की जा सके।
इस सिस्टम के स्कूलों में चलने में ब्राडबैंड के कनेक्शन लगाए जाने थे, जो लग नहीं पाए है। इसके अलावा कंप्यूटर लैब बनाई जानी थी जो अभी तक नहीं बनी है।
भिवानी के डीईओ मित्रसेन मल्होत्रा का कहना है कि इस योजना को लागू करने का प्रयास जारी है। हमारे पास सारा सामान आ चुका है। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी स्कूलों में ब्राडबैंड नेट की सुविधा शुरू करवाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि यह सुविधा शुरू की जा सके।
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment