चंडीगढ़. इंजीनियरिंग के डिग्री कोर्सेस के बाद अब डिप्लोमा कोर्स के लिए न्यूनतम अंक की सीमा भी घटाई जाएगी। ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (एआईसीटीई) के फैसले से पास मार्क्स लाने वाले विद्यार्थियों को भी फार्मेसी, इंजीनियरिंग आर्किटेक्चर और अप्लाइड आर्ट व क्राफ्ट के डिप्लोमा कोर्स में दाखिला मिल सकेगा।
इस संबंध में एआईसीटीई के रीजनल अफसर एसके जैना ने कहा कि 2012-13 के सेशन से 45 फीसदी तक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को दाखिला मिल सकेगा। आरक्षित वर्ग के लिए 40 फीसदी अंक मान्य होंगे। एआईसीटीई ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि हर साल कॉलेजों में बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जाती हैं। दूसरी तरफ बहुत से विद्यार्थियों को कम नंबरों के चलते दाखिला नहीं मिल पाता। एक अनुमान के मुताबिक देश में 15 फीसदी से ज्यादा सीटें खाली रह जाती हैं।
इस संबंध में एआईसीटीई के रीजनल अफसर एसके जैना ने कहा कि 2012-13 के सेशन से 45 फीसदी तक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को दाखिला मिल सकेगा। आरक्षित वर्ग के लिए 40 फीसदी अंक मान्य होंगे। एआईसीटीई ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि हर साल कॉलेजों में बड़ी संख्या में सीटें खाली रह जाती हैं। दूसरी तरफ बहुत से विद्यार्थियों को कम नंबरों के चलते दाखिला नहीं मिल पाता। एक अनुमान के मुताबिक देश में 15 फीसदी से ज्यादा सीटें खाली रह जाती हैं।
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment