कैनाल भर्ती को लेकर माप तोल परीक्षा से वंचित रहे कई आवेदकों ने आज सिंचाई विभाग के कार्यालय में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे आवेदकों का कहना था कि पहले यह परीक्षा स्थगित कर दी गई थी। लेकिन बाद में विभाग ने उन लोगों को बगैर कोई सूचना दिए इसे पूरा करवा दिया। जिस वजह से वो इस परीक्षा में हिस्सा नहीं ले पाए। इस बारे में आवेदकों ने स्थानीय सिंचाई विभाग के कर्मचारियों पर जानबूझ कर लापरवाही करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने पूरे मामले को अदालत में लेकर जाने की बात कही है। प्रदर्शन कर रहे कलिंगा निवासी विकास, भिवानी निवासी अशोक, जेवली का मनजीत, थिलोड़ निवासी नवनीत, शहरयारपुर का नवीन, चांग निवासी राजकुमार, बवानी खेड़ा निवासी तेजपाल, अजीत, सिकंदर, रामपाल, हरीश, नवीन, वेदप्रकाश, कुलदीप आदि ने बताया कि हमने इस साल कैनाल गार्ड पद के लिए आवेदन किया था। इस पर विभाग ने सितंबर में इन पदों के लिए शारीरिक मापतोल प्रक्रिया शुरू कर दी। इसके लिए हमारे पास डाक द्वारा पत्र भेजा गया था। बाद में हिसार लोकसभा उपचुनाव की घोषणा होने के बाद यह प्रक्रिया रद्द कर दी। जब उपचुनाव की आचार संहिता खत्म हुई तो विभाग ने यह प्रक्रिया फिर शुरू कर दी। मगर इस बारे में हमें कोई सूचना नहीं दी। बाद में हमें पता चला कि विभाग ने यह प्रक्रिया कई दिनों से शुरू की हुई है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए पहले भी यहां कई बार अपना शारीरिक मापतोल कराने आ चुके हैं। मगर हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों हमें एक अधिकारी ने यह कहकर वापस भेजा था कि आप सोमवार को यहां आ जाना। इस कारण हम आज यहां आए तो हमें यह कहकर टरकाना शुरू कर दिया कि अब आप इस भर्ती में शामिल नहीं हो सकते। प्रदर्शन कर रहे युवकों ने कहा कि अगर हमें भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं किया तो हम अदालत का सहारा लेंगे।
मामले को लेकर सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अशोक राय नागपाल का कहना है कि विभाग ने सभी आवेदकों को दोबारा पत्र भेजे थे। इसके बावजूद हमारे यहां करीब एक हजार आवेदक गैरहाजिर रहे हैं। हमने आवेदकों से लिया पत्र चंडीगढ़ मुख्यालय भिजवाया है।
उन्होंने पूरे मामले को अदालत में लेकर जाने की बात कही है। प्रदर्शन कर रहे कलिंगा निवासी विकास, भिवानी निवासी अशोक, जेवली का मनजीत, थिलोड़ निवासी नवनीत, शहरयारपुर का नवीन, चांग निवासी राजकुमार, बवानी खेड़ा निवासी तेजपाल, अजीत, सिकंदर, रामपाल, हरीश, नवीन, वेदप्रकाश, कुलदीप आदि ने बताया कि हमने इस साल कैनाल गार्ड पद के लिए आवेदन किया था। इस पर विभाग ने सितंबर में इन पदों के लिए शारीरिक मापतोल प्रक्रिया शुरू कर दी। इसके लिए हमारे पास डाक द्वारा पत्र भेजा गया था। बाद में हिसार लोकसभा उपचुनाव की घोषणा होने के बाद यह प्रक्रिया रद्द कर दी। जब उपचुनाव की आचार संहिता खत्म हुई तो विभाग ने यह प्रक्रिया फिर शुरू कर दी। मगर इस बारे में हमें कोई सूचना नहीं दी। बाद में हमें पता चला कि विभाग ने यह प्रक्रिया कई दिनों से शुरू की हुई है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए पहले भी यहां कई बार अपना शारीरिक मापतोल कराने आ चुके हैं। मगर हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों हमें एक अधिकारी ने यह कहकर वापस भेजा था कि आप सोमवार को यहां आ जाना। इस कारण हम आज यहां आए तो हमें यह कहकर टरकाना शुरू कर दिया कि अब आप इस भर्ती में शामिल नहीं हो सकते। प्रदर्शन कर रहे युवकों ने कहा कि अगर हमें भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं किया तो हम अदालत का सहारा लेंगे।
मामले को लेकर सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अशोक राय नागपाल का कहना है कि विभाग ने सभी आवेदकों को दोबारा पत्र भेजे थे। इसके बावजूद हमारे यहां करीब एक हजार आवेदक गैरहाजिर रहे हैं। हमने आवेदकों से लिया पत्र चंडीगढ़ मुख्यालय भिजवाया है।
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