हिसार, जागरण संवाददाता : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में स्थायी नियुक्ति के संबंध में पात्र अध्यापक व गेस्ट शिक्षक एक दूसरे के आमने सामने आ गए हैं। पात्र अध्यापक जहां स्थायी नियुक्ति के लिए 5 फरवरी को प्रदेश के सभी मंडल कार्यालय पर प्रमाणपत्र की होली जलाएंगे। वहीं गेस्ट शिक्षक भी 5 फरवरी को सोनीपत में सम्मेलन कर नियुक्ति को स्थायी में बदलने की मांग करेंगे। पात्र अध्यापकों को कहना है कि कोर्ट ने सरकार को 31 मार्च तक गेस्ट शिक्षकों को हटा कर स्थायी नियुक्ति करने का निर्देश दिया है। बावजूद इसके सरकार गेस्ट शिक्षकों को तमाम सुविधाएं के साथ कार्य में समय- समय पर बढ़ोत्तरी दे रही है। इससे एचटेट की परीक्षा पास पात्र अध्यापक को नियुक्ति नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार यदि स्कूलों में स्थायी नियुक्ति नहीं करना चाहती तो उन्हें परीक्षा ही नहीं लेनी चाहिए, प्रति वर्ष पात्र अध्यापकों की संख्या बढ़ रही है। वहीं पहले से पास पात्र अध्यापकों के प्रमाण पत्र की समय सीमा अवधि भी खत्म हो रही है। वहीं इस संबंध में गेस्ट शिक्षकों का कहना है कि पिछले छह साल से गेस्ट शिक्षक प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं। यदि अब इन शिक्षकों को हटा गया है तो इनके समक्ष रोजी- रोटी की समस्या खड़ी हो जाएगी। क्या कहते हैं पात्र शिक्षक संघ के प्रधान पात्र अध्यापक संघ के प्रधान राजेंद्र शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सवा लाख से अधिक पात्र अध्यापक हैं, जिनमें से तीस हजार से भी अधिक उम्मीदवार एसे हैं जिन्हें रोजगार की आवश्यकता है। लेकिन स्थायी नियुक्ति न होने के कारण किसी को भी रोजगार नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके विरोध में पात्र अध्यापक 5 फरवरी को प्रमाण पत्र की होली जलाएंगे। गेस्ट शिक्षक संघ के प्रधान बोले गेस्ट शिक्षक संघ के जिला प्रधान ईश्वर शास्त्री ने बताया कि प्रदेश में 15 हजार से अधिक गेस्ट शिक्षक हैं जो स्थायी करने की मांग को लेकर शुरू से प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि 5 फरवरी को सोनीपत में महासम्मेलन कर सरकार पर दबाव बनाया जाएगा। रविवार को हुई बैठक में ललीत शर्मा, जगदीश, विरेन्द्र पूनिया, मनफूल पांडे, मेवा सिंह, रोहतास, सुरेन्द्र सहित अन्य गेस्ट शिक्षक उपस्थित थे।
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