Source: ज्ञान प्रसाद | Last Updated 03:33(11/01/12)
हरियाणा. रेवाड़ी.शिक्षा विभाग नए शैक्षणिक सत्र से थ्री टियर प्रणाली लागू करने की कवायद के साथ नई योजनाएं बनाने में लगा है। शैक्षणिक सत्र 2012-13 से हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड नौवीं कक्षा से अलग-अलग स्ट्रीम शुरू करने जा रहा है। सूत्रों की मानें तो शिक्षा अधिकार कानून को प्रभावी बनाने और थ्री टियर प्रणाली को व्यवस्थित करते हुए नए सत्र में काफी फेरबदल होंगे।
इसके तहत नौवीं कक्षा से ही विद्यार्थी अपना करियर बनाने के लिए मनपंसद विषय चुन सकेंगे। पहले विद्यार्थी दसवीं कक्षा के बाद चयन करते थे अब आठवीं के बाद ही चयन कर सकेंगे। इससे विद्यार्थी दो साल पहले से ही आर्ट्स, कॉमर्स, बीएससी, मेडिकल और नॉन मेडिकल संकायों का चयन कर अपना करियर निर्धारण कर सकेंगे।
सीबीएसई बोर्ड ने भी की थी पिछले साल घोषणा: सीबीएसई बोर्ड ने पिछले सत्र से नौवीं कक्षा से बीएससी, कॉमर्स, आर्ट्स आदि संकाय चयन करने की व्यवस्था शुरू कराने की योजना बनाई थी। हालांकि इस सत्र में यह व्यावहारिक नहीं हो सका। सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के संचालकों के अनुसार अगले सत्र में इसे व्यावहारिक रुप प्रदान करने की योजना है।
विषय वस्तु को समझने में मिलेगी मदद
नौवीं कक्षा से ही यह व्यवस्था होने से विद्यार्थियों को सबसे अधिक लाभ होगा। विद्यार्थी मनपसंद विषयों का गहराई से अध्ययन कर करियर बना सकेंगे। पहले दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम आने के बाद विद्यार्थी अपना विषय चयन करते थे अब उन्हें पहले इंजीनियरिंग, डाक्टर या कॉमर्स के माध्यम से आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
इससे वे स्कूल की पढ़ाई के प्रति गंभीर होंगे और करियर निर्माण के प्रति जागरूक होकर कार्यक्रम बना सकेंगे। उन विद्यार्थियों को और फायदा होगा जो 11वीं कक्षा में लिए विषय 12वीं कक्षा में पहुंचते पहुंचते विभिन्न परिस्थितियों में संकाय बदलने को मजबूर होते थे। इससे वे अपने भविष्य के लिए भटकाव की स्थिति में नहीं रहेंगे। वहीं थ्री टियर प्रणाली लागू होने पर नर्सरी से चौथी तक जेबीटी, पांचवीं से आठवीं तक मास्टर और नौवीं से बारहवीं तक लेक्चरर पढ़ाएंगे। इससे शिक्षा में गुणवत्ता आएगी।
कई बदलाव होने हैं
उपजिला शिक्षा अधिकारी रणधीर सिंह बताते हैं कि नई योजना के लिए अलग से कमेटी बनी हुई है जो नए सत्र से थ्री टियर प्रणाली को व्यवस्थित ढंग से लागू करने और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए काम कर रही है। नौवीं कक्षा से ही विद्यार्थियों को करियर निर्माण करने का अवसर प्रदान करने के लिए योजना बन रही है। नए सत्र में कई बदलाव होने हैं।
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment