हिसार.अगर आप दूध पीने के शौकीन हैं तो महंगाई के चलते मन की इच्छा को न दबाएं। आप 15 रुपए में घर पर ही एक लीटर दूध तैयार कर सकते हैं, जिसका स्वाद ही नहीं, बल्कि पोषक तत्व भी असली दूध से कहीं अधिक हैं।
ऐसी ही तकनीक मंगलवार को जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड की विज्ञान प्रदर्शनी में देखने को मिली। हांसी के पीसी एसडी सीनियर सेकंडरी स्कूल के छात्र अश्वनी ने अपने मॉडल में वनस्पति दूध तैयार करने की विधि प्रदर्शित करते हुए एक नई सोच का परिचय दिया।
प्रशिक्षक मोहनलाल बंसल बताते हैं कि एक लीटर वनस्पति दूध बनाने में मात्र 15 रुपए खर्च आता है। इसके लिए 40 ग्राम सफेद तिल, 80 ग्राम मूंगफली व 120 ग्राम सोयाबीन
को कुछ देर तक घी में भूनने के बाद उनको अलग-अलग पानी में गला दिया जाता है।
छिलके उतारने के बाद मिश्रण को मिक्सी में डालकर पेस्ट बनाया जाता है। इस पेस्ट को एक लीटर पानी में उबाला जाता है। ठंडा होने पर वनस्पति दूध तैयार हो जाता है। जिसका स्वाद न केवल असली दूध की तरह होता है।
‘कबाड़ से जुगाड़’ ने भी किया आकर्षित
इसी स्कूल की छात्रा आकृति द्वारा पेश किया गया ‘कबाड़ से जुगाड़’ मॉडल भी काफी सराहनीय रहा। छात्रा ने बाइक से निकले काले तेल और थर्मोकोल की डिस्पोजल प्लेट के मिश्रण से गोंद तैयार किया, जिससे लकड़ी या अन्य सामग्री आसानी से चिपकाई जा सकती है।
स्कूल बंद रखने के लिए चलाया जन जागरण
एजुकेशन रूल 134 ए का विरोध करते हुए 17 फरवरी को जिले के सभी स्कूलों को बंद करवाने के लिए फेडरेशन आफ प्राइवेट स्कूल की ओर से मंगलवार को जन जागरण अभियान चलाया गया। इस दौरान सीबीएसई व हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से संबद्ध स्कूल संचालकों से मुलाकात कर एक दिन स्कूल बंद रखने का आह्वान किया गया।
फेडरेशन के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार प्राइवेट स्कूलों पर मनमाने नियम थोप रही है। जब प्राइवेट स्कूल संचालकों को सरकार किसी तरह की मदद या आर्थिक सहायता नहीं दे रही है, तो फिर उन पर 25 फीसद छात्रों को फ्री पढ़ाने का दबाव भी नहीं डाला जाना चाहिए। शर्मा ने बताया कि स्कूल संचालकों का फेडरेशन को पूरा सहयोग मिल रहा है तथा अभी तक जितने स्कूल संचालकों से बात हुई है, उन्होंने 17 फरवरी को छुट्टी रखने का आश्वासन दिया है।