करनाल, जागरण संवाद केंद्र : परीक्षाओं में अब फर्जीवाड़ा नहीं हो सकेगा। हरियाणा पुलिस अकादमी मधुबन स्थित राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने फिंगर प्रिंट पर आधारित नई प्रणाली शुरू की है। इस प्रणाली को लागू करने से फर्जी परीक्षार्थी आसानी से पकड़ा जा सकेगा साथ ही परीक्षाओं में होने वाली धोखाधड़ी को भी रोका जा सकेगा।
राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के निदेशक लायक राम डबास ने इस नई प्रणाली का खुलासा किया है। राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर होने वाली परीक्षाओं में एक प्रतिभागी या उम्मीदवार दूसरा दूसरे व्यक्ति को बैठाने की समय-समय पर घटनाएं सामने आ रही है। इसे रोकने के लिए ब्यूरो ने इसे रोकने के लिए फिंगर प्रिंट प्रणाली की शुरुआत कर इसके उपयोग का सुझाव दिया है।
डबास के अनुसार फिंगर पि्रंट प्रणाली की शुरुआत करने के लिए उन्होंने स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन, स्टाफ सलेक्शन बार्ड, टीचर्स सलेक्शन बोर्ड व विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र लिखा है। इसकी शुरुआत 11 मार्च को पीजीआइ रोहतक में होने वाली परीक्षा में संस्थान के कुलपति के आग्रह पर ब्यूरो द्वारा किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पत्र लिखकर उन्होंने सुझाव दिया है कि किसी भी तरह की परीक्षा में शामिल होने या प्रवेश फार्म भेजते समय परीक्षार्थी या उम्मीदवार को राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो में अपने फिंगर प्रिंट कराने होंगे। परीक्षा के समय ब्यूरो की टीम परीक्षा स्थल पर पहले रिकॉर्ड किए गए फिंगर प्रिंट के साथ मौजूद रहेगी। टीम के अधिकारी चंद सेकेंड में यह पता लगा लेंगे कि परीक्षा देने वाला फर्जी तो नहीं है। उन्होंने दावा किया है कि इस प्रणाली के शुरू होने से परीक्षा में फर्जीवाड़े से मुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने सभी तरह की परीक्षाओं में इस प्रणाली का प्रयोग करने का आह्वान किया है।
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