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करनाल। प्रदेशभर में उच्चतर शिक्षा को सुधारने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके तहत सिलेबस को सुधारने के साथ-साथ आधारभूत ढांचे में भी बदलाव किए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग का प्रयास है कि ऐसी शिक्षा मुहैया कराई जाए कि जो बेहतर और रोजगारपरक भी हो। इस दिशा में कुछ नए कालेज खुलेंगे और काफी संख्या में एसोसिएट प्रोफेसर भी भर्ती की जाएगी।
यह खुलासा प्रदेश के उच्चतर शिक्षा आयुक्त बलबीर सिंह मलिक ने यहां अमर उजाला से विशेष बातचीत में किया। मलिक का कहना है कि प्रदेश सरकार शिक्षा के प्रति बेहद गंभीर है और इस दिशा में कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। सारा मसौदा लगभग तैयार है और मुख्यमंत्री से मंजूरी मिलते ही इसे अमल में लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र को सुदृढ़ करने पर जोर दिया जा रहा है। शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए राज्यभर में 895 एसोसिएट प्राध्यापकों की भरती की जाएगी। इनमें 500 से अधिक प्राध्यापक अकेले साइंस विषय के होंगे। नियुक्ति की स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजा गया है। फिलहाल, विद्यार्थियों को शिक्षा पूरी कराने के लिए गेस्ट टीचर और एक्सटेंशन लेक्चर की व्यवस्था की गई है। मार्च 2013 तक रिटायर होने वाले प्राध्यापकों के आंकडे़ के आधार पर एसोसिएट प्राध्यापकों की भरती की स्वीकृति करने की मांग की गई है।
कालेजों में बेहतर होगी व्यवस्था ः
राज्यभर के 80 कालेजों में से 74 कालेज में कंप्यूटर की सुविधा है और तीन नए कालेज में जल्द यह सुविधा उपलब्ध होने जा रही है। अभी उन तीन कालेजों में लैब नहीं होने के कारण दिक्कत आ रही है। मलिक कहते हैं कि सेमेस्टर सिस्टम में कुछ खामियां हैं। बीए प्रथम वर्ष से फाइनल ईयर तक विद्यार्थियों को बिना परीक्षा पास किए ही प्रमोट किया जाता रहता है। अंतिम वर्ष के बाद कालेज छोड़ने पर विद्यार्थियों के लिए ऐसे हालात मुसीबत बनते हैं। इसलिए सुधार जरूरी है। प्रदेश में जहां अन्य विभागों और शाखाओं के भवनों में चल रहे कालेजों के लिए भवनों का निर्माण कराया जाएगा।
मलिक ने कहा कि कालेजों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। 14 दिन तक बिना बताए गैरहाजिर रहने पर विद्यार्थी का नाम काट दिया जाएगा। एक पीरियड में गैरहाजिर रहने पर पांच रुपये जुर्माना लिया जाएगा। इंटरनल एसेसमेंट में हाजिरी के नाम पर पांच नंबर दिए जाएगे। वहीं, इंटरनल एसेसमेंट में गैरहाजिर रहने वाले विद्यार्थियों को नंबर नहीं दिए जाएंगे।
मलिक ने कहा कि कालेजों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। 14 दिन तक बिना बताए गैरहाजिर रहने पर विद्यार्थी का नाम काट दिया जाएगा। एक पीरियड में गैरहाजिर रहने पर पांच रुपये जुर्माना लिया जाएगा। इंटरनल एसेसमेंट में हाजिरी के नाम पर पांच नंबर दिए जाएगे। वहीं, इंटरनल एसेसमेंट में गैरहाजिर रहने वाले विद्यार्थियों को नंबर नहीं दिए जाएंगे।
प्रदेशभर में कई नए कालेज खोले जा रहे हैं। भिवानी के बवानीखेडा, नूंह के सालाखेडी और रतिया में नए गर्ल्स राजकीय कालेज खोले जाएंगे। पलवल में को-एड राजकीय कालेज खोला जाएगा। इसके अलावा छह-सात अन्य नए कालेज खुलने की संभावना है। सोनीपत में दो, सांपला में एक, लोहारू में महिला विंग को अपग्रेड किया जाना है, जबकि सफीदो में बिल्डिंग बनाई जाएगी।www.teacherharyana.blogspot.in
करनाल। प्रदेशभर में उच्चतर शिक्षा को सुधारने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके तहत सिलेबस को सुधारने के साथ-साथ आधारभूत ढांचे में भी बदलाव किए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग का प्रयास है कि ऐसी शिक्षा मुहैया कराई जाए कि जो बेहतर और रोजगारपरक भी हो। इस दिशा में कुछ नए कालेज खुलेंगे और काफी संख्या में एसोसिएट प्रोफेसर भी भर्ती की जाएगी।
यह खुलासा प्रदेश के उच्चतर शिक्षा आयुक्त बलबीर सिंह मलिक ने यहां अमर उजाला से विशेष बातचीत में किया। मलिक का कहना है कि प्रदेश सरकार शिक्षा के प्रति बेहद गंभीर है और इस दिशा में कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। सारा मसौदा लगभग तैयार है और मुख्यमंत्री से मंजूरी मिलते ही इसे अमल में लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र को सुदृढ़ करने पर जोर दिया जा रहा है। शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए राज्यभर में 895 एसोसिएट प्राध्यापकों की भरती की जाएगी। इनमें 500 से अधिक प्राध्यापक अकेले साइंस विषय के होंगे। नियुक्ति की स्वीकृति के लिए मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजा गया है। फिलहाल, विद्यार्थियों को शिक्षा पूरी कराने के लिए गेस्ट टीचर और एक्सटेंशन लेक्चर की व्यवस्था की गई है। मार्च 2013 तक रिटायर होने वाले प्राध्यापकों के आंकडे़ के आधार पर एसोसिएट प्राध्यापकों की भरती की स्वीकृति करने की मांग की गई है।
कालेजों में बेहतर होगी व्यवस्था ः
राज्यभर के 80 कालेजों में से 74 कालेज में कंप्यूटर की सुविधा है और तीन नए कालेज में जल्द यह सुविधा उपलब्ध होने जा रही है। अभी उन तीन कालेजों में लैब नहीं होने के कारण दिक्कत आ रही है। मलिक कहते हैं कि सेमेस्टर सिस्टम में कुछ खामियां हैं। बीए प्रथम वर्ष से फाइनल ईयर तक विद्यार्थियों को बिना परीक्षा पास किए ही प्रमोट किया जाता रहता है। अंतिम वर्ष के बाद कालेज छोड़ने पर विद्यार्थियों के लिए ऐसे हालात मुसीबत बनते हैं। इसलिए सुधार जरूरी है। प्रदेश में जहां अन्य विभागों और शाखाओं के भवनों में चल रहे कालेजों के लिए भवनों का निर्माण कराया जाएगा।
मलिक ने कहा कि कालेजों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। 14 दिन तक बिना बताए गैरहाजिर रहने पर विद्यार्थी का नाम काट दिया जाएगा। एक पीरियड में गैरहाजिर रहने पर पांच रुपये जुर्माना लिया जाएगा। इंटरनल एसेसमेंट में हाजिरी के नाम पर पांच नंबर दिए जाएगे। वहीं, इंटरनल एसेसमेंट में गैरहाजिर रहने वाले विद्यार्थियों को नंबर नहीं दिए जाएंगे।
मलिक ने कहा कि कालेजों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। 14 दिन तक बिना बताए गैरहाजिर रहने पर विद्यार्थी का नाम काट दिया जाएगा। एक पीरियड में गैरहाजिर रहने पर पांच रुपये जुर्माना लिया जाएगा। इंटरनल एसेसमेंट में हाजिरी के नाम पर पांच नंबर दिए जाएगे। वहीं, इंटरनल एसेसमेंट में गैरहाजिर रहने वाले विद्यार्थियों को नंबर नहीं दिए जाएंगे।
प्रदेशभर में कई नए कालेज खोले जा रहे हैं। भिवानी के बवानीखेडा, नूंह के सालाखेडी और रतिया में नए गर्ल्स राजकीय कालेज खोले जाएंगे। पलवल में को-एड राजकीय कालेज खोला जाएगा। इसके अलावा छह-सात अन्य नए कालेज खुलने की संभावना है। सोनीपत में दो, सांपला में एक, लोहारू में महिला विंग को अपग्रेड किया जाना है, जबकि सफीदो में बिल्डिंग बनाई जाएगी।www.teacherharyana.blogspot.in
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