परीक्षा में गड़बड़ियां हो सकती हैं पर इतनी बड़ी, कोई सोच भी नहीं सकता!

www.teacherharyana.blogspot.in.राजस्थान यूनिवर्सिटी की शुक्रवार को जयपुर सहित सात जिलों में एमए और एमएससी फाइनल मैथमेटिक्स की परीक्षा हुई। मैथमेटिक्स की इस परीक्षा में विषय कंटीन्यूम मैकेनिक्स का प्रश्न पत्र पिछले साल वाला ही आ गया।परीक्षा देकर लौटे छात्रों ने पिछले वर्ष से प्रश्न पत्र का मिलान किया तो 100% पेपर हूबहू मिला। प्रश्न भी क्रमवार ही थे। भास्कर के पास मौजूद दोनो प्रश्न पत्रों में एक से लेकर
10 प्रश्न पत्र बिलकुल हूबहू और क्रमवार हैं। छात्रों ने बताया कि अधिकांश छात्र पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र में आए प्रश्नों को नहीं पढ़ते है। ऐसे में पिछले वर्ष का पेपर यूनिवर्सिटी द्वारा दोहराने से कई छात्रों के पेपर खराब हुए है।पेपर पर अंकित कोड नंबर भी हूबहू... प्रश्न पत्र में 7303 कोड नंबर दर्शाया गया है। मजेदार बात ये रही है कि पुराना कोड नंबर ही नए प्रश्न में दर्शाया गया है। इस प्रश्न पत्र में केवल वर्ष 2011 की जगह 2022 लिखा हुआ आया है। इसके अलावा और कोई बदलाव नहीं है। पेपर सेट करने के लिए नई प्रक्रिया हुई तो पुराना पेपर कैसे आया.... राजस्थान यूनिवर्सिटी की एक एक्सपर्ट कमेटी विषय से जुड़े कई एक्सपर्ट में से एक एक्सपर्ट का नाम तय करती है। वह व्यक्ति पेपर सेट करता है। स्नातक के लिए 800 और स्नातकोत्तर के लिए करीब 1500 रुपए प्रति प्रश्न पत्र का भुगतान किया जाता है। यूनिवर्सिटी के मैथमेटिक्स डिपार्टमेंट के शिक्षकों कहना है कि कंटीन्यूएम मेकेनिक्स एक ऑप्शनल विषय है। यह विषय यूनिवर्सिटी में तो कोई छात्र नहीं लेता लेकिन प्राइवेट कॉलेज के छात्र लेते हैं। ऐसे में पेपर सेट करने वाले ने छात्रों की कम संख्या को पेपर बनाने वाले ने पुराना पेपर ही हूबहू तैयार करके दे दिया है। पुराना पेपर दूसरे वर्ष दोहराना नियमों में नहीं मानते क्योंकि यूनिवर्सिटी नया पेपर सेट कराने की पूरी प्रक्रिया करती है। कहना है...इस तरह का मेरे पास कोई मामला नहीं आया है। बगैर प्रश्न पत्र की जांच के कुछ कहना ठीक नहीं समझता। हम शनिवार को प्रश्न पत्र की जांच करके जवाब देंगे। डॉ.पी.एल. रैगर, परीक्षा नियंत्रक
 

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