अब डीएड द्वितीय वर्ष में भी सेमेस्टर से पढ़ाई


डीएड (डिप्लोमा इन एजुकेशन) 2011-12 के द्वितीय वर्ष में भी सेमेस्टर सिस्टम लागू होगा। इसे शुरू करने के लिए स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) सेंटर ने कवायद शुरू कर दी। इसके लिए विभाग के विशेषज्ञों की एक टीम बनाई जाएगी। टीम का काम द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए तीसरे और चौथे सेमेस्टर का पाठ्यक्रम तैयार करना होगा। एससीईआरटी के पाठ्य पुस्तक सेल की प्रभारी ज्ञानवती ने बताया कि प्रदेश की प्रत्येक डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग से एक विशेषज्ञ और एससीईआरटी के विशेषज्ञ मिलकर तीसरे और चौथे सेमेस्टर के पाठ्यक्रम का विभाजन
करेंगे। इसके लिए एससीईआरटी में 13 से 15 मई तक वर्कशॉप होगी।

एससीईआरटी की निदेशक स्नेह लता ने बताया कि द्वितीय वर्ष में तीसरा और चौथा समेस्टर शुरू करने के लिए विशेषज्ञों की टीम पाठ्यक्रम तैयार करेगी। डीएड का द्वितीय वर्ष शुरू होने से पहले यह प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

दाखिला प्रक्रिया इसी माह होगी शुरू: 12वीं के बाद डिप्लोमा इन एजुकेशन में दाखिले की प्रक्रिया की तैयारियां एससीईआरटी ने शुरू कर दी हैं। एससीईआरटी के डीएड प्रभारी ने बताया कि निदेशक मौलिक शिक्षा के पास डीएड के प्रोस्पेक्ट्स को मंजूरी के लिए भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही प्रोस्पेक्ट्स की बिक्री मई के आखिरी सप्ताह में शुरू कर दी जाएगी। प्रदेश में डीएड के कुल 342 कॉलेज हैं। इनमें 19 सरकारी कॉलेज हैं। इनमें कुल 19050 सीटें हैं। महेंद्रगढ़ जिले के एक कॉलेज को नेशनल सिंल ऑफ टीचर से मान्यता मिल गई है। निदेशक मौलिक शिक्षा से मंजूरी मिलते ही इस कॉलेज का नाम भी डीएड कॉलेज में शामिल कर लिया जाएगा।पुलिस टीम ने दाना के पास बैठे 6 छात्रों से बयान लिए। इनके अलावा अन्य छात्रों से भी पूछताछ की। विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई कर रहे एक छात्र ने बताया कि पहले तो घटक सर को दाना पर थोड़ा शक हो रहा था कि ये चीटिंग तो नहीं कर रही है। फिर घटक सर कुछ देर के लिए बाहर चले गए। वापस आए तो दाना को सीट से उठाया और देखा कि उसके हाथ में मोबाइल फोन था। अजय सर दाना की उत्तर पुस्तिका पर क्रॉस करते गए। बाद में ढींगरा सर ने क्लास में परीक्षा दे रहे सभी छात्रों की चेकिंग की। दाना कहती रही कि वह चीटिंग नहीं कर रही थी लेकिन उससे फॉर्म भरवाकर बाहर जाने को कहा गया। पुलिस ने सभी छात्रों के बयान दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

क्या है मामला : मेघालय के मुख्यमंत्री डॉ. मुकुल संगमा की भतीजी दाना एम. संगमा मानेसर स्थित एमिटी विश्वविद्यालय से पढ़ाई कर रही थी। 24 अप्रैल को परीक्षा के दौरान परीक्षा कक्ष नियंत्रक ने उससे फोन बरामद कर उस पर नकल का आरोप लगाया और बाहर निकाल दिया गया। दोपहर बाद हॉस्टल स्थित कमरे में दाना ने पंखे से फांसी लगा ली। मृतका की मौसी के बयान पर मानेसर थाने में कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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