शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जूनियर तो प्रिंसिपल पद पर पदोन्नत कर दिए हैं, जबकि सीनियर इंतजार कर रहे हैं। काउंसिलिंग के लिए बार-बार बुलाए जाने के बावजूद पदोन्नति व पोस्टिंग ऑर्डर जारी नहीं किए जा रहे। प्रदेश में 640 लेक्चरर्स व हेडमास्टर को पदोन्नति प्रदान कर प्रिंसिपल बनाने के लिए 1 अक्टूबर 2011 को वरिष्ठता सूची जारी की गई थी। 8 फरवरी 2011 को पंचकूला में हुई पहली काउंसिलिंग के बाद 169 लेक्चरार, 124 हेड मास्टर, 209 करंट ड्यूटी चार्ज आफ प्रिंसिपल टू लेक्चरर और 138 करंट ड्यूटी चार्ज आफ प्रिंसिपल टू हेड मास्टर की सूची जारी करने का एलान किया गया। काउंसिलिंग के दौरान प्रत्येक दावेदार से अपनी पसंद के पांच-पांच स्टेशन पूछे गए। दूसरी काउंसिलिंग के बाद पोस्टिंग के लिए प्राइम लोकेशन छिपाने के साथ ही मात्र 477 लेक्चरर व हेड मास्टरों की पदोन्नति व पोस्टिंग लिस्ट जारी की गई। इनमें कई जूनियर शामिल हैं जबकि तीसरी काउंसलिंग बुलाकर स्थगित भी की जा चुकी है। शेष 167 हेड मास्टर व लेक्चरर्स की न तो पदोन्नति लिस्ट जारी की गई है और न ही अभी तक उन्हें कोई स्टेशन आवंटित किया गया है। उन्हें बार-बार काउंसिलिंग के लिए पंचकूला के अलग-अलग स्थानों पर बुलाया जा रहा है। शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त सुरीना राजन ने इस मामले में हस्तक्षेप करने का भरोसा दिलाया है।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment