प्रदेश की एकमात्र पंडित बीडी शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस में फार्मेसी कालेज के सैकड़ों विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। कालेज ने छह साल पहले बी फार्मेसी की डिग्री तो शुरू कर दी, लेकिन फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया से अभी तक डिग्री को मान्यता नहीं मिली है।
इसका खुलासा हाल ही में उस समय हुआ, जब प्रथम बैच के विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन के लिए हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल में आवेदन किया। काउंसिल ने कोर्स की मान्यता नहीं होने का हवाला देकर रजिस्ट्रेशन करने से साफ मना कर दिया। विद्यार्थियों ने नौकरी और एम फार्मेसी में दाखिले के लिए आवेदन किया तो मान्यता नहीं होने की सूचना पाकर हैरत में पड़ गए। बिना मान्यता बी फार्मा पास छात्र नौकरियों के लिए आवेदन नहीं कर सकते। हैरानी की बात है कि कालेज प्रबंधन छह साल बाद भी फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से कोर्स की मान्यता नहीं ले सका है। इस समय कॉलेज में २४० छात्र पढ़ रहे हैं।
सूत्र बताते हैं कि फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने एक और दो जून को कालेज का निरीक्षण किया था, लेकिन अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं आई है। फिलहाल सूचना यह है कि रिपोर्ट आने में अभी वक्त लग सकता है। हालांकि कॉलेज प्रशासन का कहना है जल्द ही रिपोर्ट आ जाएगी। छात्रों को नुकसान नहीं होगा।
कमियां दूर कर दी
रिपोर्ट का इंतजार
॥फार्मेसी कालेज में बी फार्मेसी डिग्री की मान्यता के लिए पीसीआई की टीम का कोर्स शुरू करने और मान्यता के लिए निरीक्षण होता है। टीम दोनों निरीक्षण पूरे कर चुकी है। अंतिम रपट जैसे ही रिपोर्ट आ जाएगी, कोर्स को मान्यता मिल जाएगी। विद्यार्थियों का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। डॉ. गजेंद्र सिंह, प्रिंसिपल, फार्मेसी कालेज रोहतक
॥फार्मेसी कोर्स की मान्यता के लिए कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं। पहले कुछ कमियां थी, जिन्हें दूर किया गया है। टीम का निरीक्षण हो चुका है। मामले में प्रिंसिपल से बातचीत हो चुकी है। जो भी समस्या है, उसे दूर कर दिया जाएगा। विद्यार्थियों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। डॉ. एसएस सांगवान, वाइस चांसलर, हेल्थ यूनिवर्सिटी, रोहतक
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