(कुरुक्षेत्र) : राजकीय प्राथमिक विद्यालय उमरी की मुख्य शिक्षिका को बच्चों से पंखा झलवाना महंगा पड़ गया है। दोषी शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है। सोमवार को जिला परिषद के चेयरमैन प्रवीण चौधरी के औचक निरीक्षण में इस मामले का खुलासा हुआ था। राजकीय प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के समय ही चेयरमैन को शिक्षिका बच्चों से पंखा झलवाती मिली। उस समय मुख्याध्यापिका कुर्सी पर बैठी अपने कार्य में व्यस्त थी और छोटे बच्चे शिक्षिका पर पंखा झोल रहे थे। जिला परिषद अध्यक्ष ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए इसकी शिकायत जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य और उपायुक्त मनदीप बराड़ से की। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य ने बताया कि मुख्याध्यापिका द्वारा किया गया कार्य शिक्षा के अधिकार कानून के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने बताया
शिक्षिका को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके स्थान पर मंगलवार को शिक्षक भेज दिया जाएगा। रोज होता था ऐसा उमरी स्कूल में यह घटना एक दिन की नहीं है। यह शिक्षिका रोज ही बच्चों से पंखा झलवाती रही है। यह कोई और नहीं बल्कि खुद शिक्षिका ने ही जिला परिषद के चेयरमैन को बताया है। निरीक्षण के दौरान जिला परिषद अध्यक्ष प्रवीण चौधरी ने जब शिक्षिका द्वारा बच्चों से पंखा झलवाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह बच्चों का ही काम है और ये हर रोज करते हैं। यह सुनकर प्रवीण चौधरी भी हैरान रह गए। इसके बाद उन्होंने मौके पर जाकर विद्यालय के हाजिरी रजिस्टर भी चेक किया
शिक्षिका को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके स्थान पर मंगलवार को शिक्षक भेज दिया जाएगा। रोज होता था ऐसा उमरी स्कूल में यह घटना एक दिन की नहीं है। यह शिक्षिका रोज ही बच्चों से पंखा झलवाती रही है। यह कोई और नहीं बल्कि खुद शिक्षिका ने ही जिला परिषद के चेयरमैन को बताया है। निरीक्षण के दौरान जिला परिषद अध्यक्ष प्रवीण चौधरी ने जब शिक्षिका द्वारा बच्चों से पंखा झलवाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि यह बच्चों का ही काम है और ये हर रोज करते हैं। यह सुनकर प्रवीण चौधरी भी हैरान रह गए। इसके बाद उन्होंने मौके पर जाकर विद्यालय के हाजिरी रजिस्टर भी चेक किया
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