दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की दुविधा के चलते केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एकल प्रवेश परीक्षा पर गुरुवार को सहमति नहीं बन पाई। नए केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अलावा पांच विश्वविद्यालय ही इसके पक्ष में दिखाई दिए। दूसरी तरफ, उच्च शिक्षा में सुधार पर अर्से से चल रही बहस के बीच विश्वविद्यालयों और कुलपतियों को जवाबदेह बनाने की बात आगे बढ़ने लगी है। आने वाले दिनों में कुलपति बनने से पहले आवेदक को विश्वविद्यालय की बेहतरी की पांच साल की कार्ययोजना का खाका पेश करना होगा। नियुक्ति हुई तो विशेषज्ञ समूह निश्चित समय पर उनकी कार्ययोजना की समीक्षा भी करेगा। इसके साथ ही कुलपतियों ने विश्वविद्यालयों से बेहतर नतीजों के उपायों पर जोर दिया है। बैठक में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एकल प्रवेश परीक्षा का मुद्दा नहीं सुलझ सका। तमिलनाडु केंद्रीय विवि के कुलपति प्रो. बीपी संजय को इस पर रिपोर्ट देनी थी। वे नहीं दे सके, लेकिन बताया कि पुराने विश्वविद्यालय इसे लेकर उत्साहित नहीं है। अलबत्ता, नए विश्वविद्यालय जरूर ऐसा चाहते हैं
नहीं हो सका केंद्रीय विवि में एकल प्रवेश परीक्षा पर फैसला
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की दुविधा के चलते केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एकल प्रवेश परीक्षा पर गुरुवार को सहमति नहीं बन पाई। नए केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अलावा पांच विश्वविद्यालय ही इसके पक्ष में दिखाई दिए। दूसरी तरफ, उच्च शिक्षा में सुधार पर अर्से से चल रही बहस के बीच विश्वविद्यालयों और कुलपतियों को जवाबदेह बनाने की बात आगे बढ़ने लगी है। आने वाले दिनों में कुलपति बनने से पहले आवेदक को विश्वविद्यालय की बेहतरी की पांच साल की कार्ययोजना का खाका पेश करना होगा। नियुक्ति हुई तो विशेषज्ञ समूह निश्चित समय पर उनकी कार्ययोजना की समीक्षा भी करेगा। इसके साथ ही कुलपतियों ने विश्वविद्यालयों से बेहतर नतीजों के उपायों पर जोर दिया है। बैठक में केंद्रीय विश्वविद्यालयों में एकल प्रवेश परीक्षा का मुद्दा नहीं सुलझ सका। तमिलनाडु केंद्रीय विवि के कुलपति प्रो. बीपी संजय को इस पर रिपोर्ट देनी थी। वे नहीं दे सके, लेकिन बताया कि पुराने विश्वविद्यालय इसे लेकर उत्साहित नहीं है। अलबत्ता, नए विश्वविद्यालय जरूर ऐसा चाहते हैं