जयपुर.कांस्टेबल के 10 हजार पदों की भर्ती के लिए प्रदेश भर से 12 लाख 89 हजार युवक- युवतियों ने आवेदन किया है। इसमें सबसे ज्यादा ओबीसी के और सबसे कम एसटी वर्ग के हैं। ओबीसी के 5 लाख 88 हजार और सामान्य वर्ग के 2 लाख 93 हजार युवक- युवतियों ने फॉर्म जमा कराए हैं। आवेदन करने वाली युवतियों की कुल संख्या 1 लाख 58 हजार 790 है। इसके अलावा ड्राइवर पद के लिए 12 हजार आवेदन आए हैं। '
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक कांस्टेबलों के दस हजार पदों के लिए 28 सितंबर को आवेदन मांगे गए थे। फॉर्म जमा कराने की अंतिम तिथि 8 नवंबर थी।
'कांस्टेबल के लिए इतनी संख्या में आवेदनों से स्पष्ट है कि प्रदेश में रोजगार के अवसरों की कमी है। अभी शिक्षित हो रहे ओबीसी की प्राथमिकता सरकारी क्षेत्र के रोजगार को ज्यादा है। सामान्य वर्ग की रुचि सिपाही जैसे पद के प्रति कम होने की वजह निजी क्षेत्र को ज्यादा प्राथमिकता देना है।शेखावाटी के लोग बहु व्यवसायी और समृद्ध हो जाने से वे बड़ी नौकरियों को तवज्जो दे रहे हैं। जयपुर कमिश्नरेट में पढ़ाई करने वाले बाहरी स्टूडेंट आर्थिक सुरक्षा की चाह में हर जॉब के लिए अप्लाई करते हैं, इस वजह से उनके आवेदन ज्यादा हैं।'
- प्रो. राजीव गुप्ता, समाजशास्त्री
'जयपुर कमिश्नरेट से ज्यादा आवेदन आना यह दर्शाता है कि शहरी क्षेत्र के युवाओं में अब पुलिस की नौकरी के प्रति क्रेज बढ़ा है। पहले ग्रामीण क्षेत्र से सबसे ज्यादा आवेदन आते थे। एससी-एसटी वर्ग के आवेदन उनकी शिक्षित जनसंख्या और पदों की संख्या के अनुपात में हैं। जनसंख्या में ओबीसी सबसे ज्यादा होने की वजह से उनके ज्यादा आवेदन आना स्वाभाविक है।'
-रामजीवन मीणा, पूर्व डीजीपी