भास्कर न्यूज नेटवर्कत्नकोटा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की कक्षा १०वीं की परीक्षा की
कॉपियां कंप्यूटर से जांची जाएंगी। इससे समय तो बचेगा ही। परीक्षा के बाद
छात्रों को कॉपी देखने की सुविधा भी जल्दी मिलेगी। बोर्ड से जुड़े 13 हजार
200 स्कूलों में यह प्रक्रिया 2013 से लागू की जाएगी। इसमें 21 देशों के
सीबीएसई से जुड़े 150 स्कूल भी शामिल हैं। पहले चरण में 10वीं की परीक्षा
देने वाले करीब तीन लाख परीक्षार्थियों की कॉपियों का मूल्यांकन कम्प्यूटर
स्क्रीन पर कराया जाएगा। दूसरे चरण में 2014 से 12वीं बोर्ड के करीब 15 लाख
परीक्षार्थियों की कॉपियों की जांच भी इसी पैटर्न से कराने की योजना है।
सर्वे कैसे किया
ञ्चसर्वे में 5-19 साल के 19,527 बच्चे शामिल
ञ्चपहले उनसे पूछा गया कि वे स्कूल कैसे आते हैं
ञ्चबच्चों की आदतों और व्यायाम के बारे में पूछा गया
ञ्चफिर उनकी एकाग्रता जांचने के लिए बेसिक टेस्ट दिया गया
यह होगा फायदा
ञ्च आरटीई एक्ट में छात्रों को कॉपी देखने की सुविधा जल्द मिलेगी।
ञ्च मूल्यांकन तेजी से होगा, जिससे रिजल्ट जल्दी आएगा।
ञ्च कॉपी जांचने व टोटलिंग करने आदि में त्रुटियां कम होंगी।
ञ्च पूरा सिस्टम पारदर्शी होने से साख बढ़ेगी।
ञ्च कॉपियों की जांच में हेराफेरी या पक्षपात की संभावना नहीं।
ञ्च गोपनीय डाटा का रिकार्ड कई वर्षों तक सुरक्षित रहेगा।
ञ्च
10वीं के छात्रों को 2013 की परीक्षा में जो कॉपियां मिलेंगी, उसके पहले
पेज का डिजाइन ऑप्टिकल मार्क रिकग्रिशन (ओएमआर) की तरह दिखेगा।
ञ्च मूल कॉपी 32 पेज तथा सप्लीमेंट्री कॉपी 8 पेज की होगी। परीक्षार्थी कॉपी के दोनों ओर लिख सकते हैं।
ञ्च इस कॉपी को स्कैन कर डिजिटल इमेज ही मूल्यांकन केंद्रों पर जांचने के लिए भेजी जाएगी। |