रेलवे में नौकरी के बहाने 4000 युवकों को लगाया चूना


रेलवे भर्ती बोर्ड, मुजफ्फरपुर के नाम से फर्जी वेबसाइट तैयार कर वैकेंसी निकालने व नौकरी लगवाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने के आरोप में पकड़े गए तीन आरोपियों ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। सागर सक्सेना, प्रवीण कुमार व वीरेंद्र शर्मा नाम के इन आरोपियों ने बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, उड़ीसा, कोलकाता व हरियाणा के करीब 4000 युवकों से करोड़ों की ठगी की। इन्हें एक महीना पूर्व बिहार पुलिस व साइबर एक्सपर्ट दीपक कुमार की सूचना पर वसंत विहार थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तीनों पर कई राज्यों में फर्जीवाड़े के दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। शुरू में 400 युवकों से ढाई करोड़ रुपये ठगी करने का पता चला था। इन्होंने रेलवे में ग्रुप सी व डी पद पर भर्ती के लिए रिक्तियां निकाल परीक्षा लेने के बाद रिजल्ट भी आउट किया था। इसके बाद फर्जी नियुक्ति पत्र सौंपने से पूर्व युवकों की हैसियत के अनुसार उनसे रकम ऐंठी। ऑफर लेटर लेकर युवक जब ज्वाइन करने विभिन्न दफ्तरों में पहुंचे, तब उन्हें पता चला था कि रेलवे ने तो रिक्तियां ही नहीं निकालीं। युवकों ने शिकायतें दर्ज कराई। सागर मदनगीर का रहने वाला है। उसने इलाहाबाद से बीकॉम कर रखा है और वेबसाइट डेवलपर व कंप्यूटर साफ्टवेयर इंजीनियर है। प्रवीन कुमार, सागरपुर का रहने वाला है यह डीयू के एक कॉलेज से पत्राचार से बीकॉम अंतिम वर्ष का छात्र है और ग्राफिक्स डिजाइनिंग में एक्सपर्ट है। वीरेंद्र शर्मा, खानपुर का रहने वाला है

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