चंडीगढ़ : सीबीआइ ने शनिवार को चंडीगढ़ पीजीआइ के एमडी व एमएस के प्रवेश परीक्षा के दौरान शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर दबिश देकर नकल करती सात छात्राओं को गिरफ्तार किया। छात्राएं ब्लूटूथ के जरिए नकल कर रही थीं। दलाल फोन पर सवालों के जबाव बता रहे थे। सभी छात्राएं आंध्र प्रदेश की हैं। नकल करवाने वाले सात दलाल भी पकड़े गए हैं। परीक्षा में नकल करती पकड़ी गई छात्राएं फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस की तर्ज पर कान में ब्लु टूथ के जरिए हैंड्स फ्री मोबाइल का इस्तेमाल कर परीक्षा में नकल कर रही थीं। दलाल फोन पर सवालों के जबाव छात्राओं को सुना रहे थे। सातों नकलची छात्राओं को रविवार को सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। पकड़ी गई सभी छात्राएं आंध्र प्रदेश की हैं। इनमें से पांच की पहचान जी. पद्यमाझा, जी. शाहजा, अरुणा, सी. नमिता और पिल्ले मरीथा के रूप में हुई है। इनके अलावा नकल करवाने वाले सात दलाल भी पकड़ में आए हैं। सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ को ई.मेल के जरिए परीक्षा में नकल होने की शिकायत के बाद सीबीआइ ने परीक्षा के लिए शहर में बनाए गए 11 केंद्रों में करीब सात परीक्षा केंद्रों में दबिश दी। दबिश के दौरान चार स्कूलों के परीक्षा केंद्रों पर ये छात्राएं नकल करती पकड़ी गई। पकड़े गए दलाल इन छात्राओं के साथ हिडन कैमरे और फोन के माध्यम से जुडे़ हुए थे और पटना व हैदराबाद में बैठे विषय विशेषज्ञों की मदद से इन्हें पेपर सॉल्व करवा रहे थे। पेपर से करीब सप्ताह भर पहले इन दलालों का इन छात्राओं से संपर्क हुआ था। सीबीआइ पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए इन दलालों से पूछताछ कर रही है। कपड़ों में छिपाए थे मोबाइल पकड़ी गई छात्राओं ने अपने पेट पर मोबाइल को सेलोटेप से चिपकाया हुआ था और कान में ब्लूट्रूथ लगा कर फोन पर सवालों के जवाब सुन उन्हें उत्तर पुस्तिका पर लिख रही थीं। छात्राओं ने अपने कपड़ो की बटन वाली जगहों में हिडन बटननुमा कैमरे लगवाए हुए थे। इन कैमरों की मदद से प्रश्नपत्र दलालों के उपकरण तक पहुंच रहे थे और वे विशेषज्ञों से इनके जवाब लेकर उन्हें छात्राओं को फोन पर सुना रहे थे
मेडिकल परीक्षा में हाईटेक नकल, सात छात्राएं काबू
चंडीगढ़ : सीबीआइ ने शनिवार को चंडीगढ़ पीजीआइ के एमडी व एमएस के प्रवेश परीक्षा के दौरान शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर दबिश देकर नकल करती सात छात्राओं को गिरफ्तार किया। छात्राएं ब्लूटूथ के जरिए नकल कर रही थीं। दलाल फोन पर सवालों के जबाव बता रहे थे। सभी छात्राएं आंध्र प्रदेश की हैं। नकल करवाने वाले सात दलाल भी पकड़े गए हैं। परीक्षा में नकल करती पकड़ी गई छात्राएं फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस की तर्ज पर कान में ब्लु टूथ के जरिए हैंड्स फ्री मोबाइल का इस्तेमाल कर परीक्षा में नकल कर रही थीं। दलाल फोन पर सवालों के जबाव छात्राओं को सुना रहे थे। सातों नकलची छात्राओं को रविवार को सीबीआइ की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। पकड़ी गई सभी छात्राएं आंध्र प्रदेश की हैं। इनमें से पांच की पहचान जी. पद्यमाझा, जी. शाहजा, अरुणा, सी. नमिता और पिल्ले मरीथा के रूप में हुई है। इनके अलावा नकल करवाने वाले सात दलाल भी पकड़ में आए हैं। सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ को ई.मेल के जरिए परीक्षा में नकल होने की शिकायत के बाद सीबीआइ ने परीक्षा के लिए शहर में बनाए गए 11 केंद्रों में करीब सात परीक्षा केंद्रों में दबिश दी। दबिश के दौरान चार स्कूलों के परीक्षा केंद्रों पर ये छात्राएं नकल करती पकड़ी गई। पकड़े गए दलाल इन छात्राओं के साथ हिडन कैमरे और फोन के माध्यम से जुडे़ हुए थे और पटना व हैदराबाद में बैठे विषय विशेषज्ञों की मदद से इन्हें पेपर सॉल्व करवा रहे थे। पेपर से करीब सप्ताह भर पहले इन दलालों का इन छात्राओं से संपर्क हुआ था। सीबीआइ पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए इन दलालों से पूछताछ कर रही है। कपड़ों में छिपाए थे मोबाइल पकड़ी गई छात्राओं ने अपने पेट पर मोबाइल को सेलोटेप से चिपकाया हुआ था और कान में ब्लूट्रूथ लगा कर फोन पर सवालों के जवाब सुन उन्हें उत्तर पुस्तिका पर लिख रही थीं। छात्राओं ने अपने कपड़ो की बटन वाली जगहों में हिडन बटननुमा कैमरे लगवाए हुए थे। इन कैमरों की मदद से प्रश्नपत्र दलालों के उपकरण तक पहुंच रहे थे और वे विशेषज्ञों से इनके जवाब लेकर उन्हें छात्राओं को फोन पर सुना रहे थे