भिवानी. शिक्षा विभाग प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव की योजना बना रहा है। इसे नए सत्र से इसे लागू करने की तैयारी चल रही है। इसके तहत स्कूलों में थ्री टायर सिस्टम लागू होगा यानी पहली से 12वीं कक्षा को अब तीन भागों में बांटा जाएगा। पहली से चौथी, पांचवीं से आठ और नौंवी से 12वीं कक्षा के तीन अलग ग्रुप होंगे।
पहली से चौथी कक्षा के बच्चों को प्राथमिक शिक्षक (जेबीटी) पढाएंगे। पांचवीं से आठ कक्षाओं को टीजीटी यानी ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर पढ़ाएंगे। इसी तरह नौंवी से 12वीं कक्षाओं को लेक्चरर यानी पोस्ट ग्रेजुएट टीचर पढ़ाएंगे। इस बदलाव के पीछे विभाग की सोच यह भी बताई जा रही है कि नौंवी कक्षा से ही बच्चों को लेक्चरर प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बेहतर तैयारी करवा पाएंगे।
फिलहाल मैट्रिक तक को पढ़ा रहे टीजीटी
प्रदेश में चल रहे फिलहाल के एजुकेशन सिस्टम के तहत पहली से पांचवीं, छठी से 10वीं और 11वी व 12वीं के तीन ग्रुप है। छठी से 10वीं कक्षा तक को टीजीटी यानी मास्टर व सीएंडवी,11वीं 12वीं कक्षाओं को लेक्चरर और पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं को जेबीटी अध्यापक पढ़ा रहे है।
अनेक स्कूल ऐसे भी है जहां मास्टरों की कमी के चलते लेक्चरर ही नौंवी, 10वीं कक्षा को पढ़ाते देखे जा सकते है। अब नए बदलाव के तहत बच्चों की संख्या, स्कूलों में प्राइमरी, टीजीटी, पीजीटी अध्यापकों की संख्या, जरूरत की सूची तैयार की जा रही है। इसके तहत ही शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
नए बदलाव के बाद लेक्चरर की मांग बढ़ेगी
प्रदेश की शिक्षण व्यवस्था में किए जा रहे नए बदलाव के बाद लेक्चरर का जहां कार्य बढ़ेगा तो मांग भी बढ़ेगी। फिलहाल लेक्चरर 11वीं व 12 वीं कक्षा को ही पढ़ा रहे है। नई व्यवस्था के बाद उन्हें 11वीं व 12वीं के साथ- साथ नौंवी व 10वीं को भी पढ़ाना पड़ेगा। इससे उनका कार्य लगभग दोगुना हो जाएगा।
फिलहाल प्रदेश में लेक्चरर के 12605 स्वीकृत पद है और 8436 ही कार्यरत है। नई व्यवस्था में और अधिक लेक्चरर की जरूरत पड़ेगी। इससे नई भर्ती की संभावनाएं बढ़ गई है। इसके अलावा मास्टर, सीएंडवी, जेबीटी की पदोन्नति की संभावनाएं भी बढ़ गई है।
मास्टर वर्ग व लेक्चरर वर्ग की जिम्मेदारी तय करने के लिए थ्री टायर सिस्टम नए सत्र से लागू किया जा रहा है। इसके तहत अब सभी कक्षाओं को तीन वर्गो पहली से चौथी, पांचवीं से आठवीं और नौंवी से 12वी कक्षा में बांटा गया है। यह निर्णय शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लिया गया है।
- गीता भुक्कल
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