छात्रवृत्ति सूची तैयार कर रहा बोर्ड
मुख्य संवाददाता, भिवानी : इस बार दसवीं कक्षा के 3564 परीक्षार्थियों ने मेरिट में स्थान प्राप्त किया है। इन बच्चों को शिक्षा बोर्ड प्रशासन स्कॉलरशिप देगा। करीब ढाई हजार बारहवीं कक्षा के छात्रों का भी चयन स्कॉलरशिप के लिए किया जाना है। 1दसवीं कक्षा की परीक्षा में इस बार तीन लाख 56 हजार 491 बच्चे बैठे थे। शिक्षा बोर्ड प्रशासन द्वारा मोडरेशन हटाए जाने के बाद परीक्षा परिणाम भले ही 50.79 रह गया हो, लेकिन उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों की संख्या में कमी नहीं है। प्रदेश के 3564 बच्चों ने मेरिट में स्थान पक्का किया है और उनका चयन स्कॉलरशिप के लिए किया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि कमोबेश बारहवीं कक्षा के भी 2574 छात्रों ने मेरिट में स्थान पक्का किया है और उनका चयन भी स्कॉलरशिप के लिए
किया जाएगा।1बता दें कि शिक्षा बोर्ड प्रशासन ने पिछले कई सालों बाद मोडरेशन नीति से हाथ पीछे खींचे हैं। हर साल परीक्षा सुधार के नाम पर मोडरेशन के तहत प्रत्येक छात्र को 40 से 45 अंक मुफ्त में दे दिए जाते थे। इस नीति का शिक्षावर्ग में काफी विरोध हो रहा था। एक तरफ तो नकल रोकने के नाम पर शिक्षा बोर्ड प्रशासन हर बार लगभग 50 लाख रुपये हर परीक्षा में खर्च करता था, वहीं परिणामों को सुधारने के नाम पर प्रत्येक छात्र को 40 से 45 अंक मुफ्त में देने की बात विरोधाभाषी साबित हो रही थी। दैनिक जागरण ने आरटीआइ से इस बात का खुलासा किया था। इसके बाद शिक्षा बोर्ड प्रशासन इस नीति को वापस लेने पर मजबूर हुआ। 1शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. केसी भारद्वाज व सचिव अंशज कुमार ने इस मामले में कड़ा रुख अख्तियार किया और मोडरेशन नीति को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया। शिक्षा बोर्ड के सचिव अंशज कुमार ने पुष्टि की कि प्रदेश के 3564 छात्रों ने मेरिट में स्थान हासिल किया है और करीब ढाई हजार से अधिक बारहवीं कक्षा में छात्रों ने मेरिट में स्थान हासिल किया है। चेयरमैन डॉ. केसी भारद्वाज ने कहा कि सही कदम उठाने पर विरोध होता ही है। यदि कोई छात्रों को बिना मेहनत के ही पास करने की बात कहता है तो यह उनकी समझ से परे है।
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साठ अबो नम्बर पर मिलनी चाहिए स्कॉलरशिप
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