guest teachers at Panchkula

प्रदेशभर से आए हजारों गेस्ट टीचरों ने नियमित किये जाने व रेशनेलाइजेशन को लेकर आज पंचकूला में जबरदस्त रोष प्रदर्शन करते हुए शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव सुरीना राजन का पुतला फूंका और सरकार व विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी गेस्ट टीचरों ने जिला प्रशासन द्वारा सैक्टर-5 स्थित शिक्षा सदन के आसपास लगाई गई धारा 144 को भी तोड़ दिया। आंदोलनकारी गेस्ट टीचरों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी दोनों मांगों पर तुरंत प्रभाव से विचार नहीं किया तो आगामी 10 व 11 अगस्त को रोहतक में 24 घंटे का सांकेतिक धरना दिया जाएगा।
हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरुण मलिक तथा महासचिव राजेन्द्र शात्री के मुताबिक संघ ने स्थानीय प्रशासन से आज अपनी मांगों को लेकर शिक्षा सदन के समक्ष शांतिपूर्ण धरना दिए जाने की स्वीकृति पहले ही ले ली थी लेकिन आज सुबह करीब 9 बजे जब प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा सदन के सामने धरना स्थल पर पहुंचना शुरू किया, तो पुलिस कर्मचारियों व अधिकारियों ने उनके तंबू यह कहते हुए उखाड़ फेंके कि यहां धारा144 लगा दी गई है। पुलिस की इस कार्रवाई पर गुस्साए गेस्ट टीचरों ने स्थानीय प्रशासन के खिलाफ भी जमकर भड़ास निकाली।
तंबू उखाड़े जाने के बाद इन लोगों ने शिक्षा सदन से कुछ ही दूरी पर हूडा पार्किंग में अपना डेरा जमाया और वहां करीब 6 घंटे तक सरकार, शिक्षा विभाग तथा स्थानीय प्रशासन को जमकर कोसा। इसके बाद करीब 3.15 बजे इन प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा सदन की ओर कूच करना शुरू कर दिया। मेजर शांकला चौक तक प्रशासन ने धारा 144 लगाई थी, जिसे तोड़ते हुए प्रदर्शनकारी गेस्ट टीचर आगे बढ़ गए। मौके पर मौजूद एसीपी कृष्ण हुड्डा ने संघ के अध्यक्ष अरुण मलिक से बातचीत की और उन्हें अपने साथियों सहित वहीं रुकने के लिए कहा लेकिन जब दोनों में इस बात पर सहमति नहीं बनी तो कुछ देर के लिए पुलिस प्रशासन तथा प्रदर्शनकारियों में तनाव की स्थिति बन गई। इस पर चौक से आगे शिक्षा सदन से मात्र कुछ ही दूरी पर पुलिस ने बैरिकेड लगाकर इन प्रदर्शनकारियों को रोक लिया।
उधर चंडीगढ़ पुलिस ने भी यह आशंका जाहिर करते हुए कि ये गेस्ट टीचर चंडीगढ़ की ओर भी कूच कर सकते हैं, हाउसिंग बोर्ड के पास पंचकूला चंडीगढ़ सीमा पर बैरीकेड लगा दिए थे और दिनभर भारी पुलिस अमला वहां पर तैनात रहा।
इससे पूर्व अतिथि अध्यापकों को संबोधित करते हुए प्रदेशाध्यक्ष मलिक ने कहा कि पिछले करीब 8 वर्ष से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में ये टीचर मेहनत व निष्ठापूर्वक काम कर रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा आज तक उन्हें नियमित नहीं किया गया है जिस कारण उन्हें संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ा www.teacherharyana.blogspot.com (Recruitment , vacancy , job , news)

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