फरीदाबाद. स्वास्थ्य विभाग ने मिड डे मील परोसने वाले कर्मचारियों के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट अनिवार्य किया है। इसके तहत नए व पुराने सभी कर्मियों को मेडिकल सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही इस योजना के तहत काम कर सकेंगे। इसकी प्रक्रिया गुरुवार से शुरू कर दी गई। विभाग ने बच्चों को खतरनाक बीमारियों से बचाने के लिए यह कदम उठाया है।
इस नियम के तहत बच्चों को बीमारी के मौसम में दूसरों से गंदा बैक्टीरिया आदि भी नहीं मिल पाएगा। इसके तहत बच्चों स्वच्छ भोजन खा पाएंगे। जिले में मिड डे मील एस्कॉन में स्वच्छता के पैरामीटर पर तैयार किया जाता है। इस खाने को बच्चों तक पहुंचने से पहले अधिकारियों द्वारा चेक किया जाता है। इसके बाद इसकी स्वच्छता खाना परोसने वाले स्टाफ के हाथों में आती है।
खाने की स्वच्छता के साथ ये कर्मचारी बच्चों के संपर्क में आते हैं। इससे इनकी बीमारियां बच्चों को मिल सकती हैं। इसके चलते यह नियम बनाया गया है। इस बारे में डिप्टी सिविल सर्जन डा. पीसी आर्या का कहना है कि सरकारी स्कूलों के लाखों बच्चों को मिड डे मील जिन कर्मचारियों के द्वारा परोसा जाता है, उनका फिट होना अनिवार्य कर दिया गया है। इन कर्मचारियों को अब मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाना होगा।www.teacherharyana.blogspot.com (Recruitment , vacancy , job , news)
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