सुप्रीम कोर्ट में चौटाला मामले में एचसीएस ने दाखिल की थीं नौ अपील !
चंडीगढ़। वर्ष 2004 की एचसीएस भर्ती मामले में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा और पांच पूर्व आईएएस अफसरों समेत 11 लोगों के मामले में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल नौ अपील (एसएलपी) वापस लिए जाने की खबर प्रकाशित होने के बाद हरियाणा लोक सेवा आयोग में हड़कंप मच गया है। आयोग के चेयरमैन का कहना है कि उन्होंने वकील को अपीलें वापस लेने के बारे में कोई निर्देश नहीं दिया था। उधर, आयोग के वकील का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ऐसी स्थितियां बन गईं कि अपीलें वापस लेनी पड़ीं।
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने 2005 में एचसीएस भर्ती मामले की जांच सीबीआई से कराने के निर्देश दिए थे। उस समय हरियाणा लोक सेवा आयोग के चेयरमैन और सदस्य पदों पर वही लोग नियुक्त थे, जिन्हें चौटाला सरकार ने तैनात किया था। ऐसे में आयोग ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देते हुए नौ अपीलें (एसएलपी) दायर कीं। सुप्रीम कोर्ट ने 2005 में इन अपीलों पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट के फैसले पर रोक भी लगा दी। यह रोक 17 नवंबर, 2011 को हटी तो प्रदेश में हुड्डा सरकार ने मामले की सीबीआई जांच के निर्देश जारी कर दिए। सीबीआई ने जांच के बाद 11 एचएससी की नियुक्ति रद्द करने की सिफारिश की। इस माह 8 अक्तूबर को आयोग के वकील राजेंद्र माथुर ने खंडपीठ के सामने मामले की पृष्ठभूमि रखी और कुछ देर बाद ही उन्होंने सभी नौ अपीलें वापस लेने का आग्रह कर दिया। खंडपीठ ने उनका आग्रह स्वीकार करते हुए फैसला सुनाया कि चूंकि अपीलें वापस ले ली गई हैं इसलिए इसे रद्द किया जाता है।
मैंने अपीलें वापस लेने का निर्देश नहीं दिया : भड़ाना
हरियाणा लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष मनबीर भड़ाना ने बताया, ‘मुझे आश्चर्य हुआ कि आयोग ने सुप्रीम कोर्ट से इतनी महत्वपूर्ण अपीलें वापस ले लीं। मैंने आयोग की तरफ से अपने वकील को ऐसा कोई निर्देश मौखिक या लिखित रूप में नहीं दिया था कि अपीलें वापस ले ली जाएं। मैं इसकी जांच करवा रहा हूं। वकील अपनी मर्जी से अपीलें वापस नहीं ले सकता। यह गंभीर मामला है।’
स्थितियां ऐसी बनी कि अपीलें वापस लेनी पड़ी : राजेंद्र माथुरआयोग की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए वकील राजेंद्र माथुर ने बताया, ‘जब खंडपीठ के सामने बहस हो रही थी तो यह बात सामने आई कि सीबीआई ने जांच तो कर ली है और अपनी रिपोर्ट भी सौंप दी है। अब इन अपीलों का औचित्य नहीं रह गया हैwww.teacherharyana.blogspot.com (Recruitment , vacancy , job , news)
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment