|
नई दिल्ली . सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पी. सदाशिवम ने कहा है कि आम आदमी के लिए न्याय आसान बनाने कई प्रयास किए गए। लेकिन अब भी उन्हें यह शब्द चिढ़ाता है। यह महसूस होता है कि कानूनी कार्यवाही की आंधी में शिकायत करने वाले के हितों पर ध्यान नहीं दिया जाता। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज जस्टिस जीएस सिंघवी ने भी उनकी बात का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि लाखों गरीबों के लिए न्याय अब भी भ्रम जाल बना हुआ है। राष्ट्रीय लीगल सर्विस दिवस के मौके पर चीफ जस्टिस ने कहा कि अधिकांश लोग यह मान चुके हैं कि अदालतों में सिर्फ कानूनी बात होती है। न्याय नहीं मिलता। जागरूकता के साथ मानसिकता बदलने के लिए भी कदम उठाने की जरूरत है। जस्टिस सिंघवी ने कहा कि यह सोचने की जरूरत है कि क्या हम 65 वर्षों में लोगों को न्याय दिलाने का लक्ष्य हासिल कर सके हैं? क्या हमने ऐसा माहौल बनाया, जिसमें सभी लोगों को समान मौका मिल सके? हम पर न्याय दिलाने का जिम्मा है। हमें लोगों के घरों तक न्याय पहुंचाने का वादा करना होगा। |
www.teacherharyana.blogspot.com (Recruitment , vacancy , job , news)
No comments:
Post a Comment
thanks for your valuable comment