गायत्री मन्त्र का अर्थ।
तूने हमे पैदा किया
पालन कर रहा है तू
तुझसे ही पाते प्राण हम
दुखियों के कष्ट हरता है तू
तेरा महान तेज है
छाया हुआ सभी स्थान
सृष्टि की वस्तु वस्तु में
हो रहा तू विद्यमान
तेरा ही धरते ध्यान हम
मांगते तेरी दया
ईश्वर हमारी बुद्धि को
श्रेष्ठ मार्ग पर चला।
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