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तत्परता कार्यक्रम में फंड का प्रयोग करें हेडमास्टर
भास्कर न्यूज - कैथल
सरकारी स्कूलों में कक्षा तत्परता के तहत आयोजित
गतिविधियों में बच्चों का खर्च नहीं होगा। इसके लिए
जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूल हेडमास्टर्स को स्कूल के
फंडों में से रूलस के अनुसार पैसा खर्च करने के लिए कहा है। ऐसे में
बच्चों को रंगोली, क्ले माडलिंग व अन्य गतिविधियों में
हिस्सा लेने के लिए अपने माता-पिता से पैसे नहीं मांगने पडेंगे।
शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि सरकारी स्कूल के
हेडमास्टर, प्रिंसीपल को स्कूल में उपलब्ध फंडों के बारे में पता है।
लेकिन वे फंड खर्च करने से इसलिए डर रहे हैं कि उनके द्वारा खर्च
किया गया फंड पास न होने की सूरत में उनकी जेब से खर्च होगा।
लेकिन ऐसा नहीं है। स्कूल में उपलब्ध फंडों से
कक्षा तत्परता कार्यक्रम के तहत बच्चों को सामान उपलब्ध
करना चाहिए। ऐसे में अधिकतर बच्चे रंगोली, क्ले माडलिंग
जैसी गतिविधियों में भी हिस्सा लेंगे। बच्चों का कहना है
कि उन्हें धरती पर एक फूल का चित्र उकेरने के लिए रंगों के
अलावा अन्य पदार्थों की भी जरूरत पड़ती है।
नियमानुसार प्रयोग करें
उप जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने
कहा कि हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में केंद्रीय बाल
कल्याण निधि फंड उपलब्ध होता है। इस फंड से
कक्षा तत्परता कार्यक्रम में खर्च किया जा सकता है।
प्राइमरी और मिडल स्कूलों में ऐसा फंड नहीं होता।
सरकारी स्कूलों में कक्षा तत्परता के तहत आयोजित
गतिविधियों में बच्चों का खर्च नहीं होगा। इसके लिए
जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूल हेडमास्टर्स को स्कूल के
फंडों में से रूलस के अनुसार पैसा खर्च करने के लिए कहा है। ऐसे में
बच्चों को रंगोली, क्ले माडलिंग व अन्य गतिविधियों में
हिस्सा लेने के लिए अपने माता-पिता से पैसे नहीं मांगने पडेंगे।
शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि सरकारी स्कूल के
हेडमास्टर, प्रिंसीपल को स्कूल में उपलब्ध फंडों के बारे में पता है।
लेकिन वे फंड खर्च करने से इसलिए डर रहे हैं कि उनके द्वारा खर्च
किया गया फंड पास न होने की सूरत में उनकी जेब से खर्च होगा।
लेकिन ऐसा नहीं है। स्कूल में उपलब्ध फंडों से
कक्षा तत्परता कार्यक्रम के तहत बच्चों को सामान उपलब्ध
करना चाहिए। ऐसे में अधिकतर बच्चे रंगोली, क्ले माडलिंग
जैसी गतिविधियों में भी हिस्सा लेंगे। बच्चों का कहना है
कि उन्हें धरती पर एक फूल का चित्र उकेरने के लिए रंगों के
अलावा अन्य पदार्थों की भी जरूरत पड़ती है।
नियमानुसार प्रयोग करें
उप जिला शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने
कहा कि हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में केंद्रीय बाल
कल्याण निधि फंड उपलब्ध होता है। इस फंड से
कक्षा तत्परता कार्यक्रम में खर्च किया जा सकता है।
प्राइमरी और मिडल स्कूलों में ऐसा फंड नहीं होता।
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