शिक्षक सेतु


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परफॉर्मेंस दिखाने के लिए शिक्षकों को करना होगा शिक्षक सेतु' पार 
यह है शिक्षक सेतु 
शिक्षक सेतु एक तरह की पुस्तक है। दरअसल, शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के सभी वर्गों के किए जाने वाले कार्यों की रूपरेखा बनाई है। मसलन अब शिक्षकों को स्कूलों में इसी शिक्षक सेतु के आधार पर बच्चों को पढ़ाना होगा। इसमें शिक्षकों के लिए नियम, कायदे-कानून छुट्टियों का विवरण भी दिया गया है। 
एनुअल कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट का झमेला खत्म
सभी शिक्षकों को शिक्षक सेतु सौंप दी गई है। इसी के आधार पर अब शिक्षकों की एपीआर बनेगी। एनुअल कॉन्फिडेंशियल रिपोर्ट अब नहीं होगी। उसकी जगह एपीआर बनेगी।शिक्षक सेतु पहली बार आया है। इसीलिए शिक्षकों को कोई दिक्कत हो इसके लिए जुलाई को नॉन वर्किंग-डे रहेगा। इसी दिन शिक्षकों को शिक्षक सेतु के आधार पर एपीआर भरनी सिखाई जाएगी। आशा ग्रोवर, जिला शिक्षा अधिकारी, फतेहाबाद
सभी शिक्षकों को शिक्षक सेतु सौंप दी गई है। इसी के आधार पर अब शिक्षकों की एपीआर बनेगी
परफॉर्मेंस दिखाने के लिए शिक्षकों को करना होगा शिक्षक सेतु' पार
इंद्रमोहन शर्मा। फतेहाबाद
शिक्षकों को एपीआर यानी एनुवल परफॉर्मेंस रिपोर्ट का आधार अब शिक्षक सेतु ही बनेगा। अपनी योग्यता साबित करने के लिए शिक्षकों को अब शिक्षक सेतु को पार करना ही होगा। अब तो सिफारिश से काम चलेगा और ही कोई बहानेबाजी।
प्रदेशभर के सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों को शिक्षक सेतु को ध्यान में रखकर ही विद्यार्थियों को पढ़ाना होगा। इसके बाद शिक्षक सेतु में अपनी सेल्फ अप्रेजल करेगा। शिक्षक खुद बताएगा कि उसे उसकी परफॉर्मेंस के आधार पर क्या मिलना चाहिए। प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में कार्यरत सभी शिक्षकों को यह शिक्षक सेतु सौंप दी गई है।
सेल्फ अप्रेजल भरने के बाद होगा विश्लेषण
शिक्षक सेतु में सेल्फ अप्रेजल भरने के बाद उसका विश्लेषण किया जाएगा। यदि किसी शिक्षक के परफॉर्मेंस नकारात्मक जाती है या उसे माइनस में अंक मिलते हैं तो उसका मतलब उसकी डिमोशन होनी है। शिक्षक को १५ दिनों का समय अपील करने के लिए दिया जाएगा। इसके बाद दोबारा वह सेल्फ अप्रेजल भरेगा। विद्यार्थियों के प्रदर्शन के बारे में अभिभावकों के साथ बातचीत करना, सालाना स्कूल योजना के अनुसार राष्ट्रीय पर्व त्योहार मनाने के लिए समुदाय के लोगों को इकट्ठा करना। समय के अनुसार विद्यार्थियों को हर कार्य करने के लिए प्रेरित करना, विद्यार्थियों को व्यवसायिक प्रशिक्षण, व्यवसायिक भ्रमण नैतिक शिक्षा इत्यादि की जानकारी देना शिक्षक सेतु का अभिन्न अंग रहेगा।
4 को होगा नॉन वर्किंग-डे
शिक्षक सेतु शिक्षक वर्ग के लिए नई प्रक्रिया है। शिक्षकों की जिज्ञासा को शांत करने के लिए जुलाई को नॉन वर्किंग-डे पर जिला शिक्षा अधिकारी शिक्षकों को शिक्षक सेतु से अवगत कराएंगी।

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