HSGPC की सौगात


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एचएसजीपीसी की सौगात

हिरासत में काला झंडा दिखाने वाले सिख।

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साल पुराना वादा कांग्रेस ने किया पूरा 16


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अनुराग अग्रवाल/महीपाल सिंह, कैथल 1प्रदेश के सिखों को 48 साल के लंबे इंतजार के बाद राज्य के गुरुद्वारों की सेवा व प्रबंध करने का मौका हासिल होगा। प्रदेश सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सियासी दांव खेलते हुए हरियाणा के लिए अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनाने का एलान कर दिया है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने वित्त मंत्री एचएस चट्ठा की कमेटी की सिफारिशों को मानते हुए 11 जुलाई को विधानसभा के मानसून सत्र में अलग कमेटी के लिए विधेयक पेश करने की घोषणा की है।1प्रदेश के सिखों को यह सौगात कैथल के पट्टी अफगान स्थित श्री गुरु गोविंद सिंह खेल स्टेडियम में आयोजित सिख सम्मेलन में मिली। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा, दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना, पंजाब के प्रमुख संत दादूवाला, संत तिलोकेवाला और बाबा गुरमीत सिंह इस घोषणा के साक्षी बने। सीएम ने चट्ठा कमेटी की सिफारिशों पर कहा कि एक भी हलफनामा अलग कमेटी के विरोध नहीं आया है। इसके बाद सिखों से हाथ उठवाकर अलग कमेटी की मांग के बारे में राय जानी और एक झटके से विस में बिल पेश करने का एलान कर दिया।कैथल में रविवार को सिख सम्मेलन के दौरान सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को स्मृति चिह्न् भेंट करते सिख नेता जगदीश सिंह झींडा। साथ में कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर व अन्य।कांग्रेस ने 2005 और 200 के चुनाव घोषणा पत्रों में अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बनाने का वादा किया हुआ था, जिसे 2014 के विधानसभा चुनाव से दो महीने पहले पूरा किया गया है। हरियाणा और पंजाब के विभाजन के दौरान 166 में पुनर्गठन एक्ट में राज्य की अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रावधान था।राज्य ब्यूरो, कैथल : सिख सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को कुछ सिखों ने काला झंडा दिखाने का प्रयास किया। तीन लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।1मुख्यमंत्री हुड्डा सम्मेलन स्थल पर पहुंचे तो लोग खड़े हो गए, इसी अफरातफरी में कुछ लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाने की कोशिश की। आसपास की भीड़ ने उन्हें घेर कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस आरोपी सिखों को पकड़कर बाहर ले गई। इस दौरान सम्मेलन में जाट औ जट की जोड़ी का नारा भी गूंजा। मंच से न केवल ऐसा गीत गाया गया, बल्कि सिख नेता परमजीत सिंह सरना ने खुद को बनिया और हुड्डा को जाट बताते हुए पंजाब के सिख नेताओं से नहीं डरने की सलाह तक दे डाली।
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