Principal authorised to draw LA pay
प्रिंसिपल देंगे कंप्यूटर लैब सहायकों को वेतनराज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : सरकारी स्कूलों में तैनात कंप्यूटर लैबसहायकों को वेतन के लिए अब निजी कंपनियों के पीछेनहीं भागना पड़ेगा। शिक्षा निदेशालय ने लैब सहायकों को स्कूलप्रिंसीपल के माध्यम से वेतन देने का निर्णय लिया है। 1भविष्य मेंइन्हें वेतन की अदायगी प्रिंसिपल कार्यालय में उपलब्धउपस्थिति रिकार्ड के आधार पर होगी। शिक्षा निदेशालय नेकोर कंपनियों द्वारा नियुक्त लैब सहायकों की सेवाएंशिक्षा विभाग में समायोजित कर दी हैं। वेतन का भुगतानत्रैमासिक ही होगा। माध्यमिक शिक्षा विभाग के महानिदेशकविवेक अत्रेय ने बताया कि लैब सहायकों का बकाया भुगतानस्कूल प्रधानाचार्यो के माध्यम से सीधे जारी किया जाएगा।सितंबर 2012 से फरवरी 2013 तक छह महीने का बकाया तत्कालजारी करने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि लैबसहायकों के छह माह के वेतन के समान अनुमानित राशि संबंधितस्कूलों को जारी कर दी गई है। अगला भुगतान स्कूलों केमुखिया के कार्यालय में उपलब्ध उपस्थिति रिकार्ड के अनुसारकिया जाएगा। खंड शिक्षा अधिकारी समयबद्ध तरीके सेबकाया जारी किये जाने की निगरानी करेंगे और सही भुगतान केलिए जवाबदेह होंगे। छह महीने के वेतन का रिकार्ड शिक्षा सेराजस्व विभाग पहले ही स्वीकृत कर चुका है। सभी राजकीयवरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्यो तथा राजकीय उच्चविद्यालयों के मुख्य अध्यापकांे को उनके स्कूलों मेंआइसीटी प्रयोगशालाआंे में नियुक्त लैबसहायकों की उपस्थिति नियमित रूप से दर्ज करने के निर्देश दिएगए हैं। अत्रेय ने बताया कि लैब सहायकों ने सरकारको बताया था कि उन्हें मई 2012 से कोर एजुकेशन एंडटेक्नोलाजी कंपनी वेतन नहीं दे रही है। इस पर गौर करते हुए सरकारने कोर पर कार्रवाई कर लैब सहायकों की सेवाएं शिक्षा विभागको सौंप दी हैं।
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