एसीपी मामलों में सेवा पंजिका और निजी मिसल अब नहीं जाएगी

एसीपी मामलों में सेवा पंजिका और निजी मिसल अब नहीं जाएगी निदेशक पंकज अग्रवाल ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए भास्कर न्यूज | रतिया हरियाणाराजकीय अध्यापक संघ की बैठक बुधवार को आजाद मार्केट स्थित संघ के प्रदेश कार्यालय में हुई। अध्यक्षता प्रदेश महासचिव सीएन भारती ने की। संघ के महासचिव सीएन भारती, कोषाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद और संगठन सचिव बलवीर सिंह ने कहा कि संघ के साथ हुई बैठक में लिए निर्णयानुसार मौलिक शिक्षा हरियाणा के निदेशक पंकज अग्रवाल ने अपने कार्यालय आदेश के तहत सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि अध्यापकों के एसीपी मामलों में उनकी सेवा पंजिका निजी मिसल निदेशालय में भेजी जाए। अर्थात सभी प्रकार की जांच-पड़ताल जिला स्तर पर कर ली जाए और निदेशालय फाइल के साथ ही भेजी जाए। उल्लेखनीय है कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा हरियाणा ने ऐसी हिदायतें संघ के साथ पिछले मास हुई मीटिंग में ही जारी कर दी थी। संघ का एक प्रतिनिधिमंडल निदेशक मौलिक शिक्षा हरियाण से बीती 3 जुलाई को मिला था, जिसमें अनेक मुद्दों पर सहमति भी बनी थी। अब 12 अगस्त को संघ का प्रतिनिधिमंडल उपरोक्त सहमतियों पर की गई कार्रवाई की जानकारी के लिए उनसे मिला। उपरोक्त पत्र के अतिरिक्त निदेशक महोदय ने ओर भी कई पत्र संघ के प्रतिनिधिमंडल को दिए, जिसमें सभी प्रकार के ऋण अग्रिम स्वीकृतियां, एसीपी, चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिल आदि की वरियता बढ़ाने और वरियता के आधार पर उन्हें स्वीकृत करने की हिदायतें देने, खंड देय एलटीसी के लिए एक से 5 स्कीम में 40 करोड़ 50 लाख रुपये और 6 से 8 स्कीम में 40 करोड़ 50 लाख रुपये एवं कार्यालयों में कार्यरत स्टाफ के लिए 89 लाख रुपये की राशि जारी की। कक्षा 9वीं से 12वीं के स्टाफ के लिए पहले ही 35 करोड़ 27 लाख रुपये की राशि जारी हो चुकी है। मृतक अध्यापक के परिजनों को दाह संस्कार की 20 हजार रुपये की देय राशि के भुगतान के आदेश भी सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने बताया कि जिन मिडल स्कूलों में एलीमेंट्री मुख्याध्यापक नहीं हैं, उनकी डीडी पाॅवर का निर्णय भी अतिशीघ्र करने का विश्वास दिलाया। अध्यापक संघ पदाधिकारियों ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव सुरीना राजन से भी मिला। उन्होंने संघ के सुझाव अनुसार नवनियुक्त प्राध्यापकों की एक महा की इंडक्शन ट्रेनिंग को टुकड़ों में करने का निर्णय लिया। अब यह ट्रेनिंग अधिकतम 10 दिन की होगी, जिससे बच्चे अधिक दिनों तक प्राध्यापकों के बिना नहीं रहेंगे और यदि यह इंडक्शन ट्रेनिंग छुट्टियों में होगी तो भी इसके बदले अर्जित अवकाश दिए जाएंगे। अन्य शैक्षणिक मुद्दों पर बातचीत करने के लिए उन्होंने निदेशक एससीईआरटी को बैठक करने के लिए अधिकृत किया है।

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