जेबीटी भर्ती में मिली भारी गड़बड़ियां ।
चंडीगढ़ | हुड्डासरकार में 2008 में जूनियर बेसिक टीचरों (जेबीटी)
की भर्ती में अनियमितता हुई। तब 8522 टीचर भर्ती हुए थे। इनमें से
5,784 टीचरों की भर्ती की जांच हुई, इसमें से 1855 में
गड़बड़ी मिली है। शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट
सरकार को सौंप दी गई है। अब इस पर क्या करना है, यह निर्णय
सरकार करेगी।
हाईकोर्ट के निर्देश पर जांच हुई। शिक्षकों की अंगूठों के
निशानों की जांच मधुबन की फोरेंसिक लैब में हुई। आरोप था कि बहुत
से केस ऐसे थे, जिन्होंने अपनी जगह किसी और से शिक्षक
पात्रता परीक्षा पास करवाई थी। सभी टीचर की फिंगर प्रिंट
की जांच लैब में होनी थी। अभी तक 1855 के फिंगर प्रिंट मिसमैच
मिले हैं।
जांचचल रही ढीली: कोर्टमें गए आवेदकों ने बताया कि कांग्रेस
सरकार में फिंगर प्रिंट की जांच की प्रक्रिया बहुत ही धीमी रही।
यदि सभी टीचर की जांच हो जाती तो पता चलता कि कितने बड़े
स्तर पर धांधली हुई है। जो रिपोर्ट अभी शिक्षा विभाग की ओर से
सरकार को दी गई, इसमें भी फिंगर प्रिंट की जांच रिपोर्ट पिछले
साल वाली है।
यहहै मामला : हुड्डासरकार में जब भर्ती हुई थी तो कुछ उम्मीदवारों ने
हाईकोर्ट में अर्जी दायर कर एक लिस्ट दी थी। इन पर आरोप
था कि उन्होंने टीचर पात्रता परीक्षा किसी दूसरे कैंडिडेट से
दिलवाई है। तब टीचर पात्रता परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार
कम थे और खाली पद ज्यादा थे। ऐसे में तब हुड्डा सरकार ने आवेदन भरने
की प्रक्रिया के बीच ही एक बार टीचर
पात्रता परीक्षा भी आयोजित करा दी।
की भर्ती में अनियमितता हुई। तब 8522 टीचर भर्ती हुए थे। इनमें से
5,784 टीचरों की भर्ती की जांच हुई, इसमें से 1855 में
गड़बड़ी मिली है। शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट
सरकार को सौंप दी गई है। अब इस पर क्या करना है, यह निर्णय
सरकार करेगी।
हाईकोर्ट के निर्देश पर जांच हुई। शिक्षकों की अंगूठों के
निशानों की जांच मधुबन की फोरेंसिक लैब में हुई। आरोप था कि बहुत
से केस ऐसे थे, जिन्होंने अपनी जगह किसी और से शिक्षक
पात्रता परीक्षा पास करवाई थी। सभी टीचर की फिंगर प्रिंट
की जांच लैब में होनी थी। अभी तक 1855 के फिंगर प्रिंट मिसमैच
मिले हैं।
जांचचल रही ढीली: कोर्टमें गए आवेदकों ने बताया कि कांग्रेस
सरकार में फिंगर प्रिंट की जांच की प्रक्रिया बहुत ही धीमी रही।
यदि सभी टीचर की जांच हो जाती तो पता चलता कि कितने बड़े
स्तर पर धांधली हुई है। जो रिपोर्ट अभी शिक्षा विभाग की ओर से
सरकार को दी गई, इसमें भी फिंगर प्रिंट की जांच रिपोर्ट पिछले
साल वाली है।
यहहै मामला : हुड्डासरकार में जब भर्ती हुई थी तो कुछ उम्मीदवारों ने
हाईकोर्ट में अर्जी दायर कर एक लिस्ट दी थी। इन पर आरोप
था कि उन्होंने टीचर पात्रता परीक्षा किसी दूसरे कैंडिडेट से
दिलवाई है। तब टीचर पात्रता परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार
कम थे और खाली पद ज्यादा थे। ऐसे में तब हुड्डा सरकार ने आवेदन भरने
की प्रक्रिया के बीच ही एक बार टीचर
पात्रता परीक्षा भी आयोजित करा दी।
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जेबीटी भरती मे मिली अनियमितताए वितायुत टी सी गुपता शिक्षा विभाग ----------
आज विभाग ने अपनी रिपोटॆ टी सी गुपता को सोंपी अभी तक 5784 जेबीटी की जांच हो चुकी है इनमे से 1855 जेबीटी की नियुकति मे धाधंली पाई गई इनमे भिवानी से 802 हिसार से 405 रोहतक से 201 झजर सा 83 कुरूक्षेत्र से 18 पलवल से 5 अंबाला 8 यमुनानगर से 2 सोनीपत से124 गुडगाव से 88 फरीदाबाद से पानीपत से 45 करनाल से 108 नारनौल 14 फतियाबाद68 इनमे जयादातर अगूंठा जांच मे गलत पाए गए कुछ नने एच टेट किसी दूसरे से दिलाया भिवानी से रोहित पिता हरदयाल व अनुज पिता जोहर सिहं का तो एच टैट फामॆ पर ही फोटो किसी और का है विभाग ने दिया सकेंत दोबारा होगी भरती बाकी 15 दिन मे सब की जांच हो जाएगी
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