अगूंठाें के मिलान करने पहुंचे नवचयनित शिक्षकों को नहीं मिली बैठने की जगह

अगूंठाें के मिलान करने पहुंचे नवचयनित शिक्षकों को नहीं मिली बैठने की जगह
भिवानी। शिक्षाबोर्ड परिसर में सोमवार को 9870 जेबीटी अध्यापकों की जांच का काम शुरू हुआ है। पहले दिन 200 अध्यापकों को बुलाया गया था। पात्र अध्यापक इस दिन का ब्रेसबी से इंतजार कर रहे थे इसलिए सुबह नौ बजे तक पहुंच गए। लेकिन जिन अधिकारियों शिक्षकों की ड्यूटी जांच टीम में लगाई गई थी वे साढ़े ग्यारह बजे पहुंचे। जांच कार्य स्थल पर शिक्षा विभाग ने डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र सांगवान भी तैनात थे जब उनसे पात्र अध्यापकों की समस्याओं जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगी हुई है उनका नाम जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि यह कोई खबर नहीं है।
एक पात्र अध्यापक के साथ आई कैथल निवासी महिला त्रिशला गर्ग ने बताया कि वह नौ बजे पहुंच चुकी थी लेकिन अधिकारी साढ़े ग्यारह बजे आए और 12 बजे बोले अभी चाय पीएंगे उसके बाद जांच का काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि खुद के लिए तो चाय और ठंड से बचने के लिए पूरे प्रबंध कर रखे हैं हमारे लिए बैठने के लिए दरी तक नहीं मंगवाई। कुछ पात्र अध्यापकों ने नाम छापने की शर्त पर बताया कि वह अधिकारियों से बार बार गुहार लगा चुके हैं कि बैठने के लिए कुर्सी या दरी का प्रबंध करवा दो ताकि परेशानी हो लेकिन कोई भी उनकी समस्या नहीं सुन रहा है। विभिन्न जिलों से पहुंचे 200 अध्यापकों के साथ किसी के साथ मां तो किसी के साथ भाई भी साथ आए हुए थे। जिन अध्यापकों को बुलाया गया था उनमें ज्यादातर महिलाएंं थी और उनके साथ बच्चे भी थे। जब बच्चों को गोद में खड़े खड़े महिलाए थक गई तो हारकर ठंड में उन्हें जमीन पर बैठना पड़ा। और जब बच्चा सो गया तो ठंड से बचाने के लिए उसी कंबल को जमीन पर बिछाना पड़ा। इस बारे में बोर्ड सचिव पंकज कुमार ने कहा कि पात्र अध्यापकों को जो समस्या आई वह अागे नहीं होगी।
ये बोले पात्र अध्यापक : पात्रअध्यापक संघ के जिला प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि जिस समय एचटेट की परीक्षा हुई थी उस समय वीडियोग्राफी हुई थी उसका सहारा लिया जा सकता था ताकि परिणाम जल्द निकल आते। इसी प्रकार सुधा ने बताया कि पात्र अध्यापकों से 10 वाक्य अंग्रेजी हिंदी, पांच हस्ताक्षर हिंदी अंग्रेजी और तीन फोटो लिए जा रहे हैं। इसके अलावा विभाग को चाहिए था कि प्रोसेस को इतना लंबा ना बनाए। इसी प्रकार प्रियंका ने कहा कि सर्दी होने के कारण अंगूठों में दरारें पड़ जाती है और महिलाओं को तो घर का सारा काम भी करना पड़ता है। जिस समय अंगूठों के निशान लिए गए थे उस समय कोई विशेषज्ञ नहीं था और अब अंगूठों के निशान विशेषज्ञ ले रहे हैं।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में जांच प्रक्रिया के दौरान जमीन पर बैठे नवचयनित जेबीटी अध्यापक।
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भिवानी। शिक्षाबोर्ड परिसर में सोमवार को 9870 जेबीटी अध्यापकों की जांच का काम शुरू हुआ है। पहले दिन 200 अध्यापकों को बुलाया गया था। पात्र अध्यापक इस दिन का ब्रेसबी से इंतजार कर रहे थे इसलिए सुबह नौ बजे तक पहुंच गए। लेकिन जिन अधिकारियों शिक्षकों की ड्यूटी जांच टीम में लगाई गई थी वे साढ़े ग्यारह बजे पहुंचे। जांच कार्य स्थल पर शिक्षा विभाग ने डिप्टी डायरेक्टर राजेंद्र सांगवान भी तैनात थे जब उनसे पात्र अध्यापकों की समस्याओं जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगी हुई है उनका नाम जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि यह कोई खबर नहीं है।

एक पात्र अध्यापक के साथ आई कैथल निवासी महिला त्रिशला गर्ग ने बताया कि वह नौ बजे पहुंच चुकी थी लेकिन अधिकारी साढ़े ग्यारह बजे आए और 12 बजे बोले अभी चाय पीएंगे उसके बाद जांच का काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि खुद के लिए तो चाय और ठंड से बचने के लिए पूरे प्रबंध कर रखे हैं हमारे लिए बैठने के लिए दरी तक नहीं मंगवाई। कुछ पात्र अध्यापकों ने नाम छापने की शर्त पर बताया कि वह अधिकारियों से बार बार गुहार लगा चुके हैं कि बैठने के लिए कुर्सी या दरी का प्रबंध करवा दो ताकि परेशानी हो लेकिन कोई भी उनकी समस्या नहीं सुन रहा है। विभिन्न जिलों से पहुंचे 200 अध्यापकों के साथ किसी के साथ मां तो किसी के साथ भाई भी साथ आए हुए थे। जिन अध्यापकों को बुलाया गया था उनमें ज्यादातर महिलाएंं थी और उनके साथ बच्चे भी थे। जब बच्चों को गोद में खड़े खड़े महिलाए थक गई तो हारकर ठंड में उन्हें जमीन पर बैठना पड़ा। और जब बच्चा सो गया तो ठंड से बचाने के लिए उसी कंबल को जमीन पर बिछाना पड़ा। इस बारे में बोर्ड सचिव पंकज कुमार ने कहा कि पात्र अध्यापकों को जो समस्या आई वह अागे नहीं होगी।

ये बोले पात्र अध्यापक : पात्रअध्यापक संघ के जिला प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि जिस समय एचटेट की परीक्षा हुई थी उस समय वीडियोग्राफी हुई थी उसका सहारा लिया जा सकता था ताकि परिणाम जल्द निकल आते। इसी प्रकार सुधा ने बताया कि पात्र अध्यापकों से 10 वाक्य अंग्रेजी हिंदी, पांच हस्ताक्षर हिंदी अंग्रेजी और तीन फोटो लिए जा रहे हैं। इसके अलावा विभाग को चाहिए था कि प्रोसेस को इतना लंबा ना बनाए। इसी प्रकार प्रियंका ने कहा कि सर्दी होने के कारण अंगूठों में दरारें पड़ जाती है और महिलाओं को तो घर का सारा काम भी करना पड़ता है। जिस समय अंगूठों के निशान लिए गए थे उस समय कोई विशेषज्ञ नहीं था और अब अंगूठों के निशान विशेषज्ञ ले रहे हैं।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड में जांच प्रक्रिया के दौरान जमीन पर बैठे नवचयनित जेबीटी अध्यापक।

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