सुझाव दिवस पर शिक्षक और सरकार आमने- सामने
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : नई शिक्षा नीति के सुझाव दिवस को लेकर शिक्षकों ने सरकार पर हल्ला बोल दिया है। 23 अगस्त को सरकार ने रविवार का अवकाश रद कर सुझाव दिवस रखा है, जबकि शिक्षक संगठन काफी पहले इसी दिन करनाल में राज्य स्तरीय महा आक्रोश रैली की घोषणा कर चुके हैं। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ रैली के जरिए अध्यापकों की विभिन्न मांगों, निरक्षरता में सार्वजनिक शिक्षा के विस्तार, गुणवत्ता सहित तमाम वर्गो के मुद्दों को उठाएगा। संघ के पदाधिकारियों का आरोप है कि सीएम सिटी करनाल मेंरैली होने के कारण माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इसी दिन सुझाव दिवस तय कर दिया। सरकार शिक्षकों के आंदोलन को कमजोर करना चाहती है, चूंकि सुझाव दिवस होने के कारण सभी शिक्षकों को कार्यालय में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ व सर्व कर्मचारी संघ ने सरकार को सुझाव दिवस अन्य किसी दिन आयोजित करने के लिए पत्र लिखा है। संघ के महासचिव सीएन भारती ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व स्कूलशिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को पत्र की प्रति भेजकरअनावश्यक टकराव टालने का अनुरोध किया है।.सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लांबा व विद्यालयअध्यापक संघ के अध्यक्ष वजीर सिंह ने कहा कि सोमवार को आपातबैठक में 23 अगस्त को करनाल में राज्य स्तरीय रैली करने का निर्णयदोहराया गया। उनका मानना है कि सरकार जान-बूझकर टकरावबढ़ाने के लिए रैली के दिन सुझाव दिवस का आयोजन कर रही है।अभी तक केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति-2015 का प्रारूप जारी
नहीं किया है। स्कूल शिक्षा के संबंध में जो 11-13 थीम चर्चा केलिए जारी किए गए हैं, उनमें से काफी पर 4-5 माह में अनेक मंच परचर्चा हो चुकी है। फिर भी यदि ग्राम स्तर पर इन चर्चाओं को औरकिया जाना है तो रविवार के स्थान पर किसी अन्य कार्य दिवसमें इसे आयोजित किया जा सकता है। रैली के आयोजन के लिए उनके
हजारों रुपये खर्च हो चुके हैं। सरकार अपना कार्यक्रम नहीं बदलती हैतो हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ व सर्व कर्मचारी संघ हरप्रकार की स्थिति का सामना करते हुए हर हाल में रैली करेगा।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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