साढ़े चार लाख युवाओं को परीक्षा से ज्यादा सेंटर की दूरी नापने की टेंशन
भी साढ़े चार लाख परीक्षार्थियों को कोई राहत नहीं दी है।
इस बार भी परीक्षा केंद्र दूर बना दिए गए हैं। मंगलवार को स्कूल
शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट पर रोल नंबर अपलोड हुए तो खुलासा
हुआ। परीक्षा 30 31 अगस्त को होनी है।
बोर्ड सचिव पंकज कुमार तर्क दे रहे हैं कि परीक्षा केंद्र तय करने का
फैसला सरकार का है, बोर्ड की इसमें कोई भूमिका नहीं। दूसरी तरफ
शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा इस मुद्दे पर बात करने के लिए
उपलब्ध नहीं हुए। अलबत्ता भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता वीर कुमार
यादव ने कहा कि ऐसा हुआ है तो गलत है। हमने पिछली बार
परीक्षा केंद्र दूर देने का पुरजोर विरोध किया था। इस बारे में
अधिकारियों से बातचीत कर रास्ता निकाला जाएगा।
उल्लेखनीय है कि फरवरी 2014 में जब हुड्डा सरकार में एचटेट के सेंटर दूर
बने थे। तब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रामबिलास शर्मा ने
पुरजोर विरोध किया था। राज्यपाल को ज्ञापन भी दिया
था। शिक्षा मंत्री बनने के बाद प्रो. शर्मा ने अनेक बार दोहराया
था कि इस बार की परीक्षा में सेंटर आस पास जिलों में ही
दिया जाएगा।
तो फिर गृह जिले को कॉलम क्यों दिया?
आवेदनार्थी सोहन कुमार, बिमला देवी, गजानंद शर्मा ने कहा कि
इस बार आवेदन में सेंटर के लिए गृह जिला नजदीक का सेंटर के लिए
कॉलम दिए गए थे। बोर्ड ने अपनी मर्जी से ही दूर दराज का केंद्र दे
दिया।
.
जिला परीक्षा केंद्र
दूरियां (किमी)
रेवाड़ी फरीदाबाद, हिसार, फतेहाबाद, पानीपत 84 से
168
महेंद्रगढ़ गुड़गांव, हिसार, फतेहाबाद 111, 159
गुडग़ांव पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत 115, 56
और 70
रोहतक गुड़गांव, फरीदाबाद 84, 100
फरीदाबाद गुड़गांव, सोनीपत 39,
68
कुरुक्षेत्र चंडीगढ़, करनाल, पंचकूला 98, 55 और
71
सोनीपत करनाल, कुरुक्षेत्र, चंडीगढ़, पंचकूला 78, 134, 232 और
206
जींद अम्बाला, करनाल, कैथल, यमुनानगर 144, 81, 59 और
150
भिवानी फतेहाबाद, हिसार, कैथल, पानीपत 108, 60, 154
और 118
हिसार फतेहाबाद, रेवाड़ी, सिरसा 47, 168
और 89
करनाल चंडीगढ़ 132
मेवात फरीदाबाद, रेवाड़ी 39, 60
पलवल फरीदाबाद, सोनीपत 22, 70
यमुनानगर अम्बाला 62
पंचकूला अम्बाला, कुरुक्षेत्र 45 और 71
पानीपत यमुनानगर 103
फतेहाबाद कैथल, रेवाड़ी, अंबाला, कुरुक्षेत्र 107, 216, 192
169
कैथल यमुनानगर, चंडीगढ़ 116 134
अंबाला चंडीगढ़ 48
झज्जर फरीदाबाद, गुड़गांव 131, 50
सिरसा करनाल, कुरुक्षेत्र 221, 211
.
दिक्कतें : समय और पैसा लगेगा
रेवाड़ी से फतेहाबाद, हिसार या महेंद्रगढ़ से फतेहाबाद
या हिसार के लिए ट्रेन तो दूर रोडवेज की सीधी सर्विस
नहीं है।
साढ़े चार लाख परीक्षार्थियों को इधर से उधर जाना
पड़ेगा। इतनी संख्या के लिए बसें ही पर्याप्त नहीं हैं।
इस बार परीक्षा केंद्र पर आधा घंटा पहले पहुंचने का नियम
है। हजारों युवा को निजी वाहनों से केंद्रों पर पहुंचेंगे।
यानी पेट्रोल-डीजल का खर्च बढ़ा।
साढ़े चार लाख आवेदनार्थियों में से 65 फीसदी महिलाएं
हैं। उनके लिए यह सफर दुश्वारियों से भरा है
पड़ोसी पंजाब और राजस्थान में होती है गृह जिले में परीक्षा
भौगोलिक क्षेत्रफल की दृष्टि से पंजाब-हरियाणा से काफी बड़े
राजस्थान में शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र गृह
जिले में ही बनाए जाते हैं ताकि बेरोजगार युवाओं पर अतिरिक्त
आर्थिक भार नहीं पड़े। पंजाब में अगस्त 2014 में राजस्थान में 2013 में
युवाओं ने अपने गृह जिले में परीक्षा दी थी। हरियाणा में 2008 से
शुरू हुई इस परीक्षा को लेकर कोई मापदंड निर्धारित नहीं किया।
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शिक्षामंत्री का दावा फेल : बोर्डने दूर-दूर बना दिए सेंटर
रेवाड़ी : कांग्रेस सरकार में शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट) के
सेंटर दूर बनाने पर हो हल्ला करने वाली भाजपा ने अब अपने राज में
रेवाड़ी : कांग्रेस सरकार में शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट) के
सेंटर दूर बनाने पर हो हल्ला करने वाली भाजपा ने अब अपने राज में
भी साढ़े चार लाख परीक्षार्थियों को कोई राहत नहीं दी है।
इस बार भी परीक्षा केंद्र दूर बना दिए गए हैं। मंगलवार को स्कूल
शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट पर रोल नंबर अपलोड हुए तो खुलासा
हुआ। परीक्षा 30 31 अगस्त को होनी है।
बोर्ड सचिव पंकज कुमार तर्क दे रहे हैं कि परीक्षा केंद्र तय करने का
फैसला सरकार का है, बोर्ड की इसमें कोई भूमिका नहीं। दूसरी तरफ
शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा इस मुद्दे पर बात करने के लिए
उपलब्ध नहीं हुए। अलबत्ता भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता वीर कुमार
यादव ने कहा कि ऐसा हुआ है तो गलत है। हमने पिछली बार
परीक्षा केंद्र दूर देने का पुरजोर विरोध किया था। इस बारे में
अधिकारियों से बातचीत कर रास्ता निकाला जाएगा।
उल्लेखनीय है कि फरवरी 2014 में जब हुड्डा सरकार में एचटेट के सेंटर दूर
बने थे। तब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रामबिलास शर्मा ने
पुरजोर विरोध किया था। राज्यपाल को ज्ञापन भी दिया
था। शिक्षा मंत्री बनने के बाद प्रो. शर्मा ने अनेक बार दोहराया
था कि इस बार की परीक्षा में सेंटर आस पास जिलों में ही
दिया जाएगा।
तो फिर गृह जिले को कॉलम क्यों दिया?
आवेदनार्थी सोहन कुमार, बिमला देवी, गजानंद शर्मा ने कहा कि
इस बार आवेदन में सेंटर के लिए गृह जिला नजदीक का सेंटर के लिए
कॉलम दिए गए थे। बोर्ड ने अपनी मर्जी से ही दूर दराज का केंद्र दे
दिया।
.
जिला परीक्षा केंद्र
दूरियां (किमी)
रेवाड़ी फरीदाबाद, हिसार, फतेहाबाद, पानीपत 84 से
168
महेंद्रगढ़ गुड़गांव, हिसार, फतेहाबाद 111, 159
गुडग़ांव पानीपत, रेवाड़ी, सोनीपत 115, 56
और 70
रोहतक गुड़गांव, फरीदाबाद 84, 100
फरीदाबाद गुड़गांव, सोनीपत 39,
68
कुरुक्षेत्र चंडीगढ़, करनाल, पंचकूला 98, 55 और
71
सोनीपत करनाल, कुरुक्षेत्र, चंडीगढ़, पंचकूला 78, 134, 232 और
206
जींद अम्बाला, करनाल, कैथल, यमुनानगर 144, 81, 59 और
150
भिवानी फतेहाबाद, हिसार, कैथल, पानीपत 108, 60, 154
और 118
हिसार फतेहाबाद, रेवाड़ी, सिरसा 47, 168
और 89
करनाल चंडीगढ़ 132
मेवात फरीदाबाद, रेवाड़ी 39, 60
पलवल फरीदाबाद, सोनीपत 22, 70
यमुनानगर अम्बाला 62
पंचकूला अम्बाला, कुरुक्षेत्र 45 और 71
पानीपत यमुनानगर 103
फतेहाबाद कैथल, रेवाड़ी, अंबाला, कुरुक्षेत्र 107, 216, 192
169
कैथल यमुनानगर, चंडीगढ़ 116 134
अंबाला चंडीगढ़ 48
झज्जर फरीदाबाद, गुड़गांव 131, 50
सिरसा करनाल, कुरुक्षेत्र 221, 211
.
दिक्कतें : समय और पैसा लगेगा
रेवाड़ी से फतेहाबाद, हिसार या महेंद्रगढ़ से फतेहाबाद
या हिसार के लिए ट्रेन तो दूर रोडवेज की सीधी सर्विस
नहीं है।
साढ़े चार लाख परीक्षार्थियों को इधर से उधर जाना
पड़ेगा। इतनी संख्या के लिए बसें ही पर्याप्त नहीं हैं।
इस बार परीक्षा केंद्र पर आधा घंटा पहले पहुंचने का नियम
है। हजारों युवा को निजी वाहनों से केंद्रों पर पहुंचेंगे।
यानी पेट्रोल-डीजल का खर्च बढ़ा।
साढ़े चार लाख आवेदनार्थियों में से 65 फीसदी महिलाएं
हैं। उनके लिए यह सफर दुश्वारियों से भरा है
पड़ोसी पंजाब और राजस्थान में होती है गृह जिले में परीक्षा
भौगोलिक क्षेत्रफल की दृष्टि से पंजाब-हरियाणा से काफी बड़े
राजस्थान में शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र गृह
जिले में ही बनाए जाते हैं ताकि बेरोजगार युवाओं पर अतिरिक्त
आर्थिक भार नहीं पड़े। पंजाब में अगस्त 2014 में राजस्थान में 2013 में
युवाओं ने अपने गृह जिले में परीक्षा दी थी। हरियाणा में 2008 से
शुरू हुई इस परीक्षा को लेकर कोई मापदंड निर्धारित नहीं किया।
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