भिवानी,14 सितंबर
पलवल जिले के तेलान गांव के 44 वर्ष के किसान हरिओम ने पंचायत चुनाव लड़ने के लिये हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से अपने मैट्रिक प्रमाणपत्र की डुपलीकेट कॉपी हासिल की जद्दोजहद में लगे हैं। हरियाणा सरकार ने पिछले महीने एक आदेश
जारी कर पंचायत चुनाव लड़ने के लिये मैट्रिक शिक्षा को अनिवार्य कर दिया था। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हालांकि इस आदेश पर स्टे लगा दिया है, ताकि सरकार विधानसभा में संशोधित बिल पास करवा सके।
हरिओम ने बताया कि 1987 में दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद मैंने इस खो दिया था। इन वर्षों में मुझे इसकी जरूरत भी नहीं पड़ी। अब पंचायत चुनाव के लिये नये योग्यता नियम लागू होने के बाद, पंचायत चुनाव लड़ने के लिये मुझे इसकी डुप्लीकेट कॉपी की जरूरत है। हरिओम अकेला मामला नहीं है। शिक्षा बोर्ड के हैड क्वार्टर में पिछले एक हफ्ते में पंचायत चुनाव लड़ने के संभावित उम्मीदवारों की एक हजार से ज्यादा ऐसी अर्जियां आ चुकी हैं। कुरुक्षेत्र के गांव के निवासी जयपाल सिंह (65) ने कहा कि उसने 1966 में दसवीं पास कर ली थी, उसके बाद उसने सर्टिफिकेट खो दिये। पंचायत चुनाव के लिये नई शैक्षणिक योग्यता के चलते उसे बोर्ड के दफ्तर में आना पड़ा।
चुनाव पर नजर रखने को लगाये पर्यवेक्षक
चंडीगढ़, 14 सितंबर (ट्रिन्यू)
पंचायत चुनाव-2015 को शांतिपूर्वक करवाने के लिये राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य के सभी 21 जिलों में चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किये हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त राजीव शर्मा ने बताया कि विजेन्द्रा कुमार को भिवानी जिले का पर्यवेक्षक व चंद्र प्रकाश, आईएएस को रेवाड़ी जिले का चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। श्यामल मिश्रा, को हिसार, विजय दहिया को यमुनानगर, अमनीत पी कुमार को कैथल, एमएल कौशिक को करनाल, आरएस खरब, को सिरसा, डब्ल्यू एस गोयत को गुड़गांव, विकास यादव को मेवात, आशिमा बराड़ को पंचकूला, शेखर विधार्थी को जींद, रेणू एस फुलिया को कुरुक्षेत्र, संजय जून को फरीदाबाद, संजीव वर्मा को अम्बाला, जगदीप सिंह को नारनौल, अनीता यादव को झज्जर, राजनारायण कौशिक को फतेहाबाद, नरहरि सिंह बागर को पलवल, हरदीप सिंह पानीपत, प्रदीप गोदारा को रोहतक व शक्ति सिंह को सोनीपत जिले का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। सभी चुनाव पर्यवेक्षकों को आदेश दिये गये हैं कि वे चुनाव प्रक्रिया के दौरान कम से कम चार बार एक बार नामांकन भरने की अंतिम तिथि से पहले, दूसरी बार नामांकन पत्रों की जांच एवं चुनाव चिन्ह आबंटित करते समय, तीसरी बार चुनाव प्रचार प्रक्रिया के दौरान तथा चौथी बार मतगणना तथा परिणाम घोषित करने के दौरान जिले का दौरा करेंगे। इस दौरान वे संबधित जिले की सभी स्थितियों का जायजा लेंगे और जरूरी समझें तो इस बारे में संबधित उपायुक्त, रिर्टनिंग अधिकारी, पुलिस अधिकारियों एवं अन्य किसी भी संबधित अधिकारी के साथ बैठक कर सकते है। उन्होंने बताया कि चुनावों में पैसों के दुरुपयोग को रोकने व खर्च पर निगरानी रखने के लिए आयोग ने प्रत्येक जिले में चुनाव खर्च पर्यवेक्षक भी नियुक्त किये हैं। उप-आबकारी व कराधान आयुक्त, सैल टैक्स नरेन्द्र सिंह को अम्बाला जिले का चुनाव खर्च पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
नरेन्द्र सिंगला को भिवानी, कृष्ण कुमार को फरीदाबाद, वीके बब्बर को फतेहाबाद, रोहित कुमार शर्मा को गुड़गांव, सुनील कुमार को हिसार, अनिल मलिक को झज्जर, देवेंद्र कुमार को जींद, वीके बेनीवाल को कैथल, राकेश वर्मा को करनाल, अशोक सेतिया को कुरुक्षेत्र, कमल नैन को मेवात, जितेंद्र राघव को नारनौल, गीतांजली मोर को पलवल, जगदीप को पंचकूला, शिव कुमार पानीपत, हरीश दहिया को रेवाड़ी, जगबीर सिंह जाखड़ को रोहतक, राकेश बतरा को सिरसा, एनके ग्रेवाल को सोनीपत व आलोक पासी को यमुनानगर का
चुनाव खर्च पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
नामांकन प्रक्रिया आज से, चुनाव चिन्ह 24 को
अम्बाला (निस) : चुनाव आयुक्त राजीव शर्मा ने बताया कि प्रथम चरण के नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 15 सितम्बर से आरम्भ हो रही है और प्रतिदिन 3 बजे तक नामांकन पत्र पंचायत मुख्यालय पर प्राप्त किये जायेंगे। इसी प्रकार ब्लाक समिति सदस्य के लिए नामांकन खण्ड मुख्यालय और जिला परिषद के लिए नामांकन जिला परिषद कार्यालय में होंगे। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन प्राप्त होने वाले नामांकन की सूचना राज्य चुनाव आयोग को देने के साथ-साथ नामांकन स्थल पर भी उसकी सूची चस्पा करनी जरूरी है। उन्होंने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच 21 सितम्बर को सुबह 10 बजे से आरम्भ की जायेगी। उन्होंने बताया कि 24 सितम्बर को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है और उसी दिन 3 बजे के बाद उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह जारी किये जायेंगे।
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पलवल जिले के तेलान गांव के 44 वर्ष के किसान हरिओम ने पंचायत चुनाव लड़ने के लिये हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से अपने मैट्रिक प्रमाणपत्र की डुपलीकेट कॉपी हासिल की जद्दोजहद में लगे हैं। हरियाणा सरकार ने पिछले महीने एक आदेश
जारी कर पंचायत चुनाव लड़ने के लिये मैट्रिक शिक्षा को अनिवार्य कर दिया था। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हालांकि इस आदेश पर स्टे लगा दिया है, ताकि सरकार विधानसभा में संशोधित बिल पास करवा सके।
हरिओम ने बताया कि 1987 में दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद मैंने इस खो दिया था। इन वर्षों में मुझे इसकी जरूरत भी नहीं पड़ी। अब पंचायत चुनाव के लिये नये योग्यता नियम लागू होने के बाद, पंचायत चुनाव लड़ने के लिये मुझे इसकी डुप्लीकेट कॉपी की जरूरत है। हरिओम अकेला मामला नहीं है। शिक्षा बोर्ड के हैड क्वार्टर में पिछले एक हफ्ते में पंचायत चुनाव लड़ने के संभावित उम्मीदवारों की एक हजार से ज्यादा ऐसी अर्जियां आ चुकी हैं। कुरुक्षेत्र के गांव के निवासी जयपाल सिंह (65) ने कहा कि उसने 1966 में दसवीं पास कर ली थी, उसके बाद उसने सर्टिफिकेट खो दिये। पंचायत चुनाव के लिये नई शैक्षणिक योग्यता के चलते उसे बोर्ड के दफ्तर में आना पड़ा।
चुनाव पर नजर रखने को लगाये पर्यवेक्षक
चंडीगढ़, 14 सितंबर (ट्रिन्यू)
पंचायत चुनाव-2015 को शांतिपूर्वक करवाने के लिये राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य के सभी 21 जिलों में चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किये हैं। राज्य निर्वाचन आयुक्त राजीव शर्मा ने बताया कि विजेन्द्रा कुमार को भिवानी जिले का पर्यवेक्षक व चंद्र प्रकाश, आईएएस को रेवाड़ी जिले का चुनाव पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। श्यामल मिश्रा, को हिसार, विजय दहिया को यमुनानगर, अमनीत पी कुमार को कैथल, एमएल कौशिक को करनाल, आरएस खरब, को सिरसा, डब्ल्यू एस गोयत को गुड़गांव, विकास यादव को मेवात, आशिमा बराड़ को पंचकूला, शेखर विधार्थी को जींद, रेणू एस फुलिया को कुरुक्षेत्र, संजय जून को फरीदाबाद, संजीव वर्मा को अम्बाला, जगदीप सिंह को नारनौल, अनीता यादव को झज्जर, राजनारायण कौशिक को फतेहाबाद, नरहरि सिंह बागर को पलवल, हरदीप सिंह पानीपत, प्रदीप गोदारा को रोहतक व शक्ति सिंह को सोनीपत जिले का पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। सभी चुनाव पर्यवेक्षकों को आदेश दिये गये हैं कि वे चुनाव प्रक्रिया के दौरान कम से कम चार बार एक बार नामांकन भरने की अंतिम तिथि से पहले, दूसरी बार नामांकन पत्रों की जांच एवं चुनाव चिन्ह आबंटित करते समय, तीसरी बार चुनाव प्रचार प्रक्रिया के दौरान तथा चौथी बार मतगणना तथा परिणाम घोषित करने के दौरान जिले का दौरा करेंगे। इस दौरान वे संबधित जिले की सभी स्थितियों का जायजा लेंगे और जरूरी समझें तो इस बारे में संबधित उपायुक्त, रिर्टनिंग अधिकारी, पुलिस अधिकारियों एवं अन्य किसी भी संबधित अधिकारी के साथ बैठक कर सकते है। उन्होंने बताया कि चुनावों में पैसों के दुरुपयोग को रोकने व खर्च पर निगरानी रखने के लिए आयोग ने प्रत्येक जिले में चुनाव खर्च पर्यवेक्षक भी नियुक्त किये हैं। उप-आबकारी व कराधान आयुक्त, सैल टैक्स नरेन्द्र सिंह को अम्बाला जिले का चुनाव खर्च पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
नरेन्द्र सिंगला को भिवानी, कृष्ण कुमार को फरीदाबाद, वीके बब्बर को फतेहाबाद, रोहित कुमार शर्मा को गुड़गांव, सुनील कुमार को हिसार, अनिल मलिक को झज्जर, देवेंद्र कुमार को जींद, वीके बेनीवाल को कैथल, राकेश वर्मा को करनाल, अशोक सेतिया को कुरुक्षेत्र, कमल नैन को मेवात, जितेंद्र राघव को नारनौल, गीतांजली मोर को पलवल, जगदीप को पंचकूला, शिव कुमार पानीपत, हरीश दहिया को रेवाड़ी, जगबीर सिंह जाखड़ को रोहतक, राकेश बतरा को सिरसा, एनके ग्रेवाल को सोनीपत व आलोक पासी को यमुनानगर का
चुनाव खर्च पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।
नामांकन प्रक्रिया आज से, चुनाव चिन्ह 24 को
अम्बाला (निस) : चुनाव आयुक्त राजीव शर्मा ने बताया कि प्रथम चरण के नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 15 सितम्बर से आरम्भ हो रही है और प्रतिदिन 3 बजे तक नामांकन पत्र पंचायत मुख्यालय पर प्राप्त किये जायेंगे। इसी प्रकार ब्लाक समिति सदस्य के लिए नामांकन खण्ड मुख्यालय और जिला परिषद के लिए नामांकन जिला परिषद कार्यालय में होंगे। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन प्राप्त होने वाले नामांकन की सूचना राज्य चुनाव आयोग को देने के साथ-साथ नामांकन स्थल पर भी उसकी सूची चस्पा करनी जरूरी है। उन्होंने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच 21 सितम्बर को सुबह 10 बजे से आरम्भ की जायेगी। उन्होंने बताया कि 24 सितम्बर को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है और उसी दिन 3 बजे के बाद उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह जारी किये जायेंगे।
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