फरीदाबाद में 46 फर्जी जेबीटी शिक्षकों पर दर्ज होगा केस
हिसार ,अमित भारद्वाज
शिक्षक दिवस पर जिले के 43 जेबीटी (जूनियर बेसिक टीचर) के
खिलाफ धोखाधड़ी करने की एफआईआर दर्ज होगी। विभागीय
सूत्रों के मुताबिक यह एफआईआर शनिवार को दर्ज कराई जाएगी। ये
सभी वह शिक्षक हैं, जो 2011 में हुई भर्ती में फर्जी तरीके अपनाकर
भर्ती हुए थे।
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय इस मामले में इन शिक्षकों को
दोषी ठहरा चुका है। साथ ही प्रदेश सरकार को इन शिक्षकों के
खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश भी दे चुका है। कुछ तकनीकी
कारणों के चलते विभाग अब तक इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर
दर्ज नहीं करा सका था।
वर्ष 2011 में प्रदेश में 9455 जेबीटी की भर्ती हुई थी। इस दौरान
पात्रता पास उम्मीदवारों ने यह आरोप लगाया था कि इस भर्ती
में काफी शिक्षक फर्जी तरीके से भर्ती हुए हैं।
उन्होंने इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने
सभी 9455 जेबीटी के अंगूठों के निशान का मिलान पात्रता
परीक्षा के दौरान लिए अंगूठे के निशान से करने का आदेश दिया
था। अंगूठों की जांच में यह सामने आया था कि काफी संख्या में
भर्ती हुए शिक्षकों की जगह कोई अन्य व्यक्ति ही पात्रता
परीक्षा में बैठे थे। क्योंकि इनके निशान आपस में नहीं मिल रहे हैं।
जिस पर इन शिक्षकों को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया।
इसमें अधिकतर शिक्षकों ने अपना पक्ष नहीं रखा। मधुबन स्थित लैब ने
अपनी जांच में स्पष्ट किया कि वर्तमान शिक्षकों के अंगूठों के
निशान एचटेट की परीक्षा के समय लिए गए निशान से नहीं मिल
रहे।
डीईईओ ने ली मीटिंग
इस मामले को लेकर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने शुक्रवार
को सभी खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों की एक मीटिंग ली,
जिसमें उन्होंने इस मामले पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने खंड
शिक्षा अधिकारियों को जरूरी दिशानिर्देश भी दिए।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में जिले के 26 शिक्षकों को विभाग ने
पहले ही चार्जशीट कर दिया है।
फरीदाबाद। 2011 में नियुक्त हुए 46 फर्जी जेबीटी शिक्षक जल्द
ही कानूनी शिकंजे में फंसने वाले हैं। इन पर फर्जी हस्ताक्षर कर
नौकरी हासिल करने का आरोप है। करनाल के मधुबन में फोरेंसिक
जांच में इन शिक्षकों के हस्ताक्षर फेल पाए गए हैं। विभाग ने जिला
शिक्षा अधिकारियों को इनके खिलाफ विभागीय नोटिस
जारी करते हुए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, 2011 में शिक्षकों के 8285 पदों पर हुई भर्ती में फर्जीवाड़े
को देखते हुए नियुक्ति रद्द करने की मांग को लेकर जनहित याचिका
दायर की गई थी। याचिका में कहा गया कि शिक्षा बोर्ड ने
राज्यस्तरीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (एसटेट) का आयोजन
किया था। इसके लिए जारी प्रोस्पेक्टस में साफ लिखा था कि
परीक्षा की उत्तर पुस्तिका पर अंगूठे के निशान व फार्म पर लिए
अंगूठे के निशान का मिलान कर ही प्रमाणपत्र जारी किए जाएंगे।
इसके बावजूद इस जांच को किए बिना ही प्रमाण पत्र जारी कर
दिए गए। परीक्षा में कई छात्रों ने अपनी जगह दूसरे को बैठाकर
परीक्षा पास की। अदालत के आदेश पर पिछले दिनों हरियाणा
सरकार ने संदेह के घेरे में आने वाले 6049 शिक्षकों के अंगूठे के निशान
का मिलान कराया।
हस्ताक्षर लेकर उन्हें जांच के लिए मधुबन फोरेंसिक लैब भेजा गया।
1885 शिक्षकों के अंगूठे व हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। हाल ही में हुई
एक बैठक में जिले के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षा
निदेशालय को जेबीटी शिक्षकों की सूची सौंपी है। फरीदाबाद
के 46 शिक्षक और पलवल के 5 शिक्षक इसमें शामिल हैं। 46 शिक्षकों
में 17 शिक्षक ऐसे हैं जिनके हस्ताक्षर फर्जी हैं। जबकि 26 शिक्षकों
का अंगूठे का मिलान नहीं हो पाया है। वहीं, तीन शिक्षक जांच
से पहले ही नौकरी छोड़ चुके हैं। विभाग इन शिक्षकों के खिलाफ
कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गया है। ताकि रिपोर्ट
को कोर्ट में दाखिल किया जा सके।
---------
विभाग की ओर से लिस्ट मिल चुकी है। इसमें 46 शिक्षकों के नाम हैं।
जल्द ही इन नामों को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। सभी
शिक्षकों के खिलाफ विभाग एफआईआर दर्ज कराएगा।
-रामकुमार फल्सवाल, जिला शिक्षा अधिकारी
www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
हिसार ,अमित भारद्वाज
शिक्षक दिवस पर जिले के 43 जेबीटी (जूनियर बेसिक टीचर) के
खिलाफ धोखाधड़ी करने की एफआईआर दर्ज होगी। विभागीय
सूत्रों के मुताबिक यह एफआईआर शनिवार को दर्ज कराई जाएगी। ये
सभी वह शिक्षक हैं, जो 2011 में हुई भर्ती में फर्जी तरीके अपनाकर
भर्ती हुए थे।
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय इस मामले में इन शिक्षकों को
दोषी ठहरा चुका है। साथ ही प्रदेश सरकार को इन शिक्षकों के
खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश भी दे चुका है। कुछ तकनीकी
कारणों के चलते विभाग अब तक इन शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर
दर्ज नहीं करा सका था।
वर्ष 2011 में प्रदेश में 9455 जेबीटी की भर्ती हुई थी। इस दौरान
पात्रता पास उम्मीदवारों ने यह आरोप लगाया था कि इस भर्ती
में काफी शिक्षक फर्जी तरीके से भर्ती हुए हैं।
उन्होंने इस मामले में कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट ने
सभी 9455 जेबीटी के अंगूठों के निशान का मिलान पात्रता
परीक्षा के दौरान लिए अंगूठे के निशान से करने का आदेश दिया
था। अंगूठों की जांच में यह सामने आया था कि काफी संख्या में
भर्ती हुए शिक्षकों की जगह कोई अन्य व्यक्ति ही पात्रता
परीक्षा में बैठे थे। क्योंकि इनके निशान आपस में नहीं मिल रहे हैं।
जिस पर इन शिक्षकों को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया।
इसमें अधिकतर शिक्षकों ने अपना पक्ष नहीं रखा। मधुबन स्थित लैब ने
अपनी जांच में स्पष्ट किया कि वर्तमान शिक्षकों के अंगूठों के
निशान एचटेट की परीक्षा के समय लिए गए निशान से नहीं मिल
रहे।
डीईईओ ने ली मीटिंग
इस मामले को लेकर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने शुक्रवार
को सभी खंड मौलिक शिक्षा अधिकारियों की एक मीटिंग ली,
जिसमें उन्होंने इस मामले पर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने खंड
शिक्षा अधिकारियों को जरूरी दिशानिर्देश भी दिए।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में जिले के 26 शिक्षकों को विभाग ने
पहले ही चार्जशीट कर दिया है।
फरीदाबाद। 2011 में नियुक्त हुए 46 फर्जी जेबीटी शिक्षक जल्द
ही कानूनी शिकंजे में फंसने वाले हैं। इन पर फर्जी हस्ताक्षर कर
नौकरी हासिल करने का आरोप है। करनाल के मधुबन में फोरेंसिक
जांच में इन शिक्षकों के हस्ताक्षर फेल पाए गए हैं। विभाग ने जिला
शिक्षा अधिकारियों को इनके खिलाफ विभागीय नोटिस
जारी करते हुए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, 2011 में शिक्षकों के 8285 पदों पर हुई भर्ती में फर्जीवाड़े
को देखते हुए नियुक्ति रद्द करने की मांग को लेकर जनहित याचिका
दायर की गई थी। याचिका में कहा गया कि शिक्षा बोर्ड ने
राज्यस्तरीय अध्यापक पात्रता परीक्षा (एसटेट) का आयोजन
किया था। इसके लिए जारी प्रोस्पेक्टस में साफ लिखा था कि
परीक्षा की उत्तर पुस्तिका पर अंगूठे के निशान व फार्म पर लिए
अंगूठे के निशान का मिलान कर ही प्रमाणपत्र जारी किए जाएंगे।
इसके बावजूद इस जांच को किए बिना ही प्रमाण पत्र जारी कर
दिए गए। परीक्षा में कई छात्रों ने अपनी जगह दूसरे को बैठाकर
परीक्षा पास की। अदालत के आदेश पर पिछले दिनों हरियाणा
सरकार ने संदेह के घेरे में आने वाले 6049 शिक्षकों के अंगूठे के निशान
का मिलान कराया।
हस्ताक्षर लेकर उन्हें जांच के लिए मधुबन फोरेंसिक लैब भेजा गया।
1885 शिक्षकों के अंगूठे व हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। हाल ही में हुई
एक बैठक में जिले के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षा
निदेशालय को जेबीटी शिक्षकों की सूची सौंपी है। फरीदाबाद
के 46 शिक्षक और पलवल के 5 शिक्षक इसमें शामिल हैं। 46 शिक्षकों
में 17 शिक्षक ऐसे हैं जिनके हस्ताक्षर फर्जी हैं। जबकि 26 शिक्षकों
का अंगूठे का मिलान नहीं हो पाया है। वहीं, तीन शिक्षक जांच
से पहले ही नौकरी छोड़ चुके हैं। विभाग इन शिक्षकों के खिलाफ
कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गया है। ताकि रिपोर्ट
को कोर्ट में दाखिल किया जा सके।
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विभाग की ओर से लिस्ट मिल चुकी है। इसमें 46 शिक्षकों के नाम हैं।
जल्द ही इन नामों को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। सभी
शिक्षकों के खिलाफ विभाग एफआईआर दर्ज कराएगा।
-रामकुमार फल्सवाल, जिला शिक्षा अधिकारी
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