जासं, सिरसा : प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नॉन बोर्ड की परीक्षाएं इस बार स्कूल के अध्यापक नहीं, बल्कि बाहरी शिक्षक लेंगे। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता के फैसले पर आपत्तियां उठनी शुरू हो गई है। 1 आरटीआइ कार्यकर्ता करतार सिंह ने इस फैसले को अनुचित करार देते हुए बोर्ड का परिणाम गिरने एवं स्कूलों में शिक्षा का अध्यन प्रभावित होने का उल्लेख किया है। साथ ही इस बाबत सरकार के मुख्य सचिव एवं शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखा है। पत्र में करतार सिंह द्वारा उल्लेख किया गया है कि 16 सितंबर से स्कूलों में नॉन बोर्ड की कक्षाओं की छह माही परीक्षा होगी। इससे पहले 15 दिन पहले स्कूलों में उनकी कक्षा से संबंधित बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षकों की ड्यूटी दूसरे स्कूलों में परीक्षा के लिए लगा दी गई है। 1 इससे परीक्षा से पहले ही अब स्कूलों में पढ़ाई बाधित होगी और बच्चे शिक्षकों द्वारा करवाई जाने वाली पढ़ाई को बखूबी नहीं समझ सकेंगे। कहीं न कहीं इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होगीwww.facebook.com/teacherharyana
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