अफसर सुनते नहीं, मंत्री काम नहीं करते
बैठक में फिर सामने आई भाजपा विधायकों की नाराजगी, सरकार की 52 योजनाओं पर उठाए सवाल
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार का एक साल पूरा होने के बाद बुलाई गई भाजपा विधायक दल की पहली बैठक में पार्टी विधायकों का दर्द फूट पड़ा। मुख्यमंत्री द्वारा अधूरे काम पूरे कराने की पेशकश के बाद भाजपा विधायक एकाएक फट
पड़े। नाराज विधायकों ने भरी मीटिंग में कह दिया कि न तो अधिकारी उनकी बात सुनते हैं और न ही मंत्री काम करते हैं। फिर उनके काम कैसे पूरे होंगे। विधायकों ने सरकार के उस दावे पर भी सवाल उठाए, जिसमें कहा जा रहा कि भ्रष्टाचार कम हो रहा है।1मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधायकों द्वारा बार-बार उठाए जाने वाले इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए ऐसे अधिकारियों की लिस्ट तलब कर ली है, जो विधायकों की बात नहीं सुनते अथवा जिनकी निष्ठा सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की बजाय दूसरे दलों में है। विधायक यह लिस्ट मुख्यमंत्री को सौंपेंगे, जिसके आधार पर देर-सबेर अफसरशाही में बड़ा बदलाव संभव है।1मुख्यमंत्री ने अपनी स्वैच्छिक ग्रांट से सभी पार्टी विधायकों को 31-31 लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा की। भाजपा विधायक इतनी राशि के काम करा सकेंगे। यह अनुदान राशि बसपा और उन आजाद विधायकों को भी मिलेगी, जो भाजपा सरकार का बिना शर्त समर्थन कर रहे हैं। 31 लाख रुपये की अनुदान राशि पांच करोड़ रुपये के विकास कार्यो से अलग होगी। मंत्रियों और सीपीएस को सीएम की स्वैच्छिक अनुदान राशि का लाभ नहीं मिलेगा।1चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में करीब तीन घंटे तक मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पार्टी विधायकों के साथ चर्चा की। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा और वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु समेत अधिकतर मंत्री बैठक में मौजूद रहे। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और खनन राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी समेत करीब आधा दर्जन विधायक बैठक में शरीक नहीं हो पाए। मुख्यमंत्री ने विधायकों के साथ सरकार की एक साल की उपलब्धियों पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने विधायकों से पहले साल शुरु की गई 52 योजनाओं और कार्यक्रमों पर फीडबैक लिया, जिसके जवाब में अधिकतर विधायकों ने साफ कह दिया कि इनका पब्लिक में ज्यादा असर नहीं है। लोग इन योजनाओं को धरातल पर स्वीकार करने को राजी नहीं हैं। यह अलग बात है कि भविष्य में इन योजनाओं का काफी लाभ होने वाला है।1दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर हुई चर्चा : भाजपा विधायक दल की बैठक में फरीदाबाद के सुनपेड, गोहाना, झज्जर और हांसी में हुई दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर लंबी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार चुनाव की वजह से विपक्ष ने दलित उत्पीड़न की इन घटनाओं को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया, जबकि राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाया है। विधायकों को विपक्ष की इस चाल का पर्दाफाश करना होगा। 1हरियाणा दिवस पर होंगे तीन बड़े आयोजन : हरियाणा दिवस पर एक नवंबर को राज्य में तीन बड़े आयोजन होंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं यमुनानगर में जनसभा को संबोधित करेंगे, जबकि हिसार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह और वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु तथा फरीदाबाद में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर जनसभा को संबोधित करेंगे।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
बैठक में फिर सामने आई भाजपा विधायकों की नाराजगी, सरकार की 52 योजनाओं पर उठाए सवाल
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार का एक साल पूरा होने के बाद बुलाई गई भाजपा विधायक दल की पहली बैठक में पार्टी विधायकों का दर्द फूट पड़ा। मुख्यमंत्री द्वारा अधूरे काम पूरे कराने की पेशकश के बाद भाजपा विधायक एकाएक फट
पड़े। नाराज विधायकों ने भरी मीटिंग में कह दिया कि न तो अधिकारी उनकी बात सुनते हैं और न ही मंत्री काम करते हैं। फिर उनके काम कैसे पूरे होंगे। विधायकों ने सरकार के उस दावे पर भी सवाल उठाए, जिसमें कहा जा रहा कि भ्रष्टाचार कम हो रहा है।1मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधायकों द्वारा बार-बार उठाए जाने वाले इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए ऐसे अधिकारियों की लिस्ट तलब कर ली है, जो विधायकों की बात नहीं सुनते अथवा जिनकी निष्ठा सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की बजाय दूसरे दलों में है। विधायक यह लिस्ट मुख्यमंत्री को सौंपेंगे, जिसके आधार पर देर-सबेर अफसरशाही में बड़ा बदलाव संभव है।1मुख्यमंत्री ने अपनी स्वैच्छिक ग्रांट से सभी पार्टी विधायकों को 31-31 लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा की। भाजपा विधायक इतनी राशि के काम करा सकेंगे। यह अनुदान राशि बसपा और उन आजाद विधायकों को भी मिलेगी, जो भाजपा सरकार का बिना शर्त समर्थन कर रहे हैं। 31 लाख रुपये की अनुदान राशि पांच करोड़ रुपये के विकास कार्यो से अलग होगी। मंत्रियों और सीपीएस को सीएम की स्वैच्छिक अनुदान राशि का लाभ नहीं मिलेगा।1चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में करीब तीन घंटे तक मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पार्टी विधायकों के साथ चर्चा की। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा और वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु समेत अधिकतर मंत्री बैठक में मौजूद रहे। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और खनन राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी समेत करीब आधा दर्जन विधायक बैठक में शरीक नहीं हो पाए। मुख्यमंत्री ने विधायकों के साथ सरकार की एक साल की उपलब्धियों पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने विधायकों से पहले साल शुरु की गई 52 योजनाओं और कार्यक्रमों पर फीडबैक लिया, जिसके जवाब में अधिकतर विधायकों ने साफ कह दिया कि इनका पब्लिक में ज्यादा असर नहीं है। लोग इन योजनाओं को धरातल पर स्वीकार करने को राजी नहीं हैं। यह अलग बात है कि भविष्य में इन योजनाओं का काफी लाभ होने वाला है।1दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर हुई चर्चा : भाजपा विधायक दल की बैठक में फरीदाबाद के सुनपेड, गोहाना, झज्जर और हांसी में हुई दलित उत्पीड़न की घटनाओं पर लंबी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार चुनाव की वजह से विपक्ष ने दलित उत्पीड़न की इन घटनाओं को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया, जबकि राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाया है। विधायकों को विपक्ष की इस चाल का पर्दाफाश करना होगा। 1हरियाणा दिवस पर होंगे तीन बड़े आयोजन : हरियाणा दिवस पर एक नवंबर को राज्य में तीन बड़े आयोजन होंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं यमुनानगर में जनसभा को संबोधित करेंगे, जबकि हिसार में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह और वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु तथा फरीदाबाद में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर जनसभा को संबोधित करेंगे।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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