अमर उजाला, कुरुक्षेत्र(हरियाणा) उम्मीदवारों को शपथ पत्र देना होगा कि उनके घर में शौचालय हैअगर चाहते हैं सरकारी नौकरी तो आवेदन करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि घर में शौचायल है। पढ़ें सरकारी फरमान। दरअसल पंचायत
चुनाव में उम्मीदवार के बाद अब घर में शौचालय न होना या खुले में शौच जाना संविदात्मक नौकरियों के लिए अयोग्य ठहराए जाने का एक आधार हो सकता है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (डीआरडीए) की ओर से जिले में ब्लॉक कॉर्डिनेटर और कलस्टर मोटिवेटर पद के लिए विज्ञापित नौकरियों में उन लोगों को वरीयता दी जाएगी, जिनके घर में शौचालय होगा और वे शौच के लिए बाहर न जाते हों।
स्वच्छ भारत अभियान की दिशा में इस फैसले को अच्छी पहल माना जा रहा है। ब्लॉक समन्वयकों और क्लस्टर मोटिवेटर की भर्ती संबंधी अधिसूचना में कहा गया कि इच्छुक उम्मीदवारों को यह शपथ पत्र देना होगा कि उनके घर में शौचालय है और वे खुले में शौच नहीं जाते हैं। ये शर्तें अन्य नौकरी के लिए निर्धारित शैक्षिक योग्यता जैसी कुछ अन्य शर्तों के अलावा हैं।
शर्तें रखने का मूल उद्देश्य, स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाना
उपायुक्त सीजी रजनीकांथन ने बताया कि ऐसी शर्तें रखने का मूल उद्देश्य यही है कि जब तक हम स्वच्छता के प्रति जागरूक नहीं होंगे, आम आदमी से कैसी उम्मीद कर सकते हैं।
कुरुक्षेत्र डीआरडीए के अतिरिक्त उपायुक्त-सह-मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रभजोत सिंह ने कहा कि जिले में 12 क्लस्टर प्रेरकों और छह ब्लॉक समन्वयकों को अनुबंध पर रखा जा जाएगा। चयनित उम्मीदवार केंद्र की फ्लैगशिप योजनाओं और स्वच्छ भारत अभियान के तहत काम करेंगे और इन्हें सीमित अवधि के लिए अनुबंध पर रखा जा रहा है।
चयनित समन्वयक और मोटिवेटर लोगों को प्रेरित करने के अलावा स्वच्छ भारत अभियान के संबंध में उन्हें जागरूक करेंगे। प्रभजोत सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले के 382 गांव में से 300 गांवों को निर्मल बनाया जा चुका हैं।इसलिए निर्मल गांव योजना में कुरुक्षेत्र जिला हरियाणा प्रदेश में पहले स्थान पर हैं। स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्य को पूरा करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
चुनाव में उम्मीदवार के बाद अब घर में शौचालय न होना या खुले में शौच जाना संविदात्मक नौकरियों के लिए अयोग्य ठहराए जाने का एक आधार हो सकता है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (डीआरडीए) की ओर से जिले में ब्लॉक कॉर्डिनेटर और कलस्टर मोटिवेटर पद के लिए विज्ञापित नौकरियों में उन लोगों को वरीयता दी जाएगी, जिनके घर में शौचालय होगा और वे शौच के लिए बाहर न जाते हों।
स्वच्छ भारत अभियान की दिशा में इस फैसले को अच्छी पहल माना जा रहा है। ब्लॉक समन्वयकों और क्लस्टर मोटिवेटर की भर्ती संबंधी अधिसूचना में कहा गया कि इच्छुक उम्मीदवारों को यह शपथ पत्र देना होगा कि उनके घर में शौचालय है और वे खुले में शौच नहीं जाते हैं। ये शर्तें अन्य नौकरी के लिए निर्धारित शैक्षिक योग्यता जैसी कुछ अन्य शर्तों के अलावा हैं।
शर्तें रखने का मूल उद्देश्य, स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाना
उपायुक्त सीजी रजनीकांथन ने बताया कि ऐसी शर्तें रखने का मूल उद्देश्य यही है कि जब तक हम स्वच्छता के प्रति जागरूक नहीं होंगे, आम आदमी से कैसी उम्मीद कर सकते हैं।
कुरुक्षेत्र डीआरडीए के अतिरिक्त उपायुक्त-सह-मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रभजोत सिंह ने कहा कि जिले में 12 क्लस्टर प्रेरकों और छह ब्लॉक समन्वयकों को अनुबंध पर रखा जा जाएगा। चयनित उम्मीदवार केंद्र की फ्लैगशिप योजनाओं और स्वच्छ भारत अभियान के तहत काम करेंगे और इन्हें सीमित अवधि के लिए अनुबंध पर रखा जा रहा है।
चयनित समन्वयक और मोटिवेटर लोगों को प्रेरित करने के अलावा स्वच्छ भारत अभियान के संबंध में उन्हें जागरूक करेंगे। प्रभजोत सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले के 382 गांव में से 300 गांवों को निर्मल बनाया जा चुका हैं।इसलिए निर्मल गांव योजना में कुरुक्षेत्र जिला हरियाणा प्रदेश में पहले स्थान पर हैं। स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्य को पूरा करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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