मानव संसाधन मंत्रालय के निर्देश पर ट्रेनिंग
16 नवंबर से गुडगांव में शुरू होगी ट्रेनिंग, एक बैच में हाेंगे 40 लेक्चरर
भास्कर न्यूज | सोनीपत राजकीयस्कूलों में पढ़ाने वाले हर शिक्षक के लिए अब आईटी का ज्ञान जरूरी है। फिर चाहे वह संस्कृत का या फिर गणित विषय का शिक्षक ही क्यों हो। आईटी विशेषज्ञ होंगे तो बच्चों को पढ़ाने के लिए रोचक तरीके वे खुद भी इंटरनेट के माध्यम से कुछ निकाल सकेंगे। इसी सोच को अमल में लाते हुए शिक्षा विभाग ने हर विषय के शिक्षक को आईटी एक्सपर्ट बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। यह ट्रेनिंग राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा योजना (रमसा) के साथ मिलकर आयोजित की जा रही है। जिसमें हर बैच में 40 लेक्चररों को प्रशिक्षण मिलेगा। यह ट्रेनिंग 16 नवंबर से शुरू होगी, ट्रेनिंग के लिए गुडगांव जाएगा।
यह है योजना : योजनाके अनुसार एक ग्रुप में 10-10 जिलों को मास्टर ट्रेनर तैयार किया जाएगा। वे बाद में जिला स्तर पर लेक्चर्स को प्रशिक्षण देंगे। इसके बाद साइबर सिक्योरिटी, आईटी सेवाओं का अपने लेक्चर में प्रयोग करना होगा। पांच दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण में शामिल शिक्षकों को तीन माह का होमवर्क दिया जाएगा। ऑनलाइन शिक्षण सामग्री का प्रयोग करना होगा। इसकी रिपोर्ट बनाकर दोबारा से एससीईआरटी में लेकर आनी होगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिंदी, भूगोल और राजनीतिज्ञ शास्त्र के लेक्चरर को शामिल किया गया है।
यह सब रहेगा ट्रेनिंग में : शिक्षकोंट्रेनिंग के दौरान सब्जेक्ट इन आईटी में आईटी के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी जा रही है। बेसिक नॉलेज ऑफ कंप्यूटर के अलावा साइंस लैब स्किल और टीचिंग मैथोलॉजी शामिल है। साइबर सिक्योरिटी में ऑनलाइन सेवा, फेसबुक समेत अन्य सोशल साइट्स के इस्तेमाल के प्रयोग की जानकारी मिलेगी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्तर के लेक्चर्स को इन सर्विस ट्रेनिंग दिया जाएगा। इसी के तहत हरियाणा को 3314 टीचरों को प्रशिक्षण का लक्ष्य दिया गया है। एससीईआरटी द्वारा 31 नवंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है। ^ शिक्षा से जुड़ी कई सेवाएं फ्री में ऑनलाइन उपलब्ध है। ऐसे में इन सेवाओं का प्रयोग तभी किया जा सकता है,जब लेक्चरर को खुद उसकी जानकारी होगी। शिक्षण कार्य में ऑडियो-वीडियो के प्रयोग से लेक्चरर को प्रभावी बनाया जा सकता है।''मनोज कौशिक,संयोजक रमसा।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
16 नवंबर से गुडगांव में शुरू होगी ट्रेनिंग, एक बैच में हाेंगे 40 लेक्चरर
भास्कर न्यूज | सोनीपत राजकीयस्कूलों में पढ़ाने वाले हर शिक्षक के लिए अब आईटी का ज्ञान जरूरी है। फिर चाहे वह संस्कृत का या फिर गणित विषय का शिक्षक ही क्यों हो। आईटी विशेषज्ञ होंगे तो बच्चों को पढ़ाने के लिए रोचक तरीके वे खुद भी इंटरनेट के माध्यम से कुछ निकाल सकेंगे। इसी सोच को अमल में लाते हुए शिक्षा विभाग ने हर विषय के शिक्षक को आईटी एक्सपर्ट बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। यह ट्रेनिंग राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा योजना (रमसा) के साथ मिलकर आयोजित की जा रही है। जिसमें हर बैच में 40 लेक्चररों को प्रशिक्षण मिलेगा। यह ट्रेनिंग 16 नवंबर से शुरू होगी, ट्रेनिंग के लिए गुडगांव जाएगा।
यह है योजना : योजनाके अनुसार एक ग्रुप में 10-10 जिलों को मास्टर ट्रेनर तैयार किया जाएगा। वे बाद में जिला स्तर पर लेक्चर्स को प्रशिक्षण देंगे। इसके बाद साइबर सिक्योरिटी, आईटी सेवाओं का अपने लेक्चर में प्रयोग करना होगा। पांच दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षण में शामिल शिक्षकों को तीन माह का होमवर्क दिया जाएगा। ऑनलाइन शिक्षण सामग्री का प्रयोग करना होगा। इसकी रिपोर्ट बनाकर दोबारा से एससीईआरटी में लेकर आनी होगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिंदी, भूगोल और राजनीतिज्ञ शास्त्र के लेक्चरर को शामिल किया गया है।
यह सब रहेगा ट्रेनिंग में : शिक्षकोंट्रेनिंग के दौरान सब्जेक्ट इन आईटी में आईटी के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी जा रही है। बेसिक नॉलेज ऑफ कंप्यूटर के अलावा साइंस लैब स्किल और टीचिंग मैथोलॉजी शामिल है। साइबर सिक्योरिटी में ऑनलाइन सेवा, फेसबुक समेत अन्य सोशल साइट्स के इस्तेमाल के प्रयोग की जानकारी मिलेगी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देश दिया है कि सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी स्तर के लेक्चर्स को इन सर्विस ट्रेनिंग दिया जाएगा। इसी के तहत हरियाणा को 3314 टीचरों को प्रशिक्षण का लक्ष्य दिया गया है। एससीईआरटी द्वारा 31 नवंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है। ^ शिक्षा से जुड़ी कई सेवाएं फ्री में ऑनलाइन उपलब्ध है। ऐसे में इन सेवाओं का प्रयोग तभी किया जा सकता है,जब लेक्चरर को खुद उसकी जानकारी होगी। शिक्षण कार्य में ऑडियो-वीडियो के प्रयोग से लेक्चरर को प्रभावी बनाया जा सकता है।''मनोज कौशिक,संयोजक रमसा।www.facebook.com/teacherharyana www.teacherharyana.blogspot.in (Recruitment , vacancy , job , news)
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