गैरहाजिर हुए तो अभिभावकों के फोन में जायेंगे मैसेज
निजी स्कूलों के तर्ज पर अब सरकारी स्कूलों में भी बच्चा गैरहाजिर होने पर अभिभावकों को एसएमएस के जरिए सूचित किया जाएगा। प्रथम चरण में यह योजना केवल
लड़कियों के स्कूलों में ही लागू करने की योजना चल रही है।
योजना को कार्यरूप देने के लिए अभिभावकों के मोबाइल नंबरों को विभाग की वेबसाइट पर अपडेट कर दिया गया है। अधिकारियों की मानें तो यह सुविधा जनवरी से शुरू की जाएगी।
राजकीय स्कूलों को लगातार गिर रहे शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए विभाग ने जहां शिक्षकों की हाजिरी लगाने के लिए बायोमीट्रिक मशीने स्कूलों में लगवा दी है। वहीं विद्यार्थियों की स्कूल में उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एसएमएस सुविधा शुरू करने की योजना बनाई है।
इस योजना के तहत अगर कोई विद्यार्थी कक्षा में गैर हाजिर रहता है, तो अभिभावकों के पास एसएमएस द्वारा सूचना दे दी जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि एसएमएस सुविधा के लिए विद्यार्थी के पिता अथवा माता का ही नंबर लिया जाएगा, जिससे उन्हें बच्चों की स्कूल में उपस्थिति के बारे में समय-समय पर पता चलता रहेगा। निदेशालय के इस कदम से बच्चों की स्कूल में उपस्थिति बढ़ेगी।
ऐसे काम करेगी यह योजना
एसएमएस सुविधा को लागू करने के लिए अभिभावकों के नंबरों को विभाग की वेबसाइट पर अपडेट किया गया है। स्कूलों में कक्षा में नियमित रूप से विद्यार्थियों की हाजिरी ली जाएगी। इस दौरान अगर कोई विद्यार्थी गैर हाजिर होता है तो सिस्टम में गैर हाजिर अपडेट करने के बाद एक ओटोमेटिक एसएमएस जनरेट होगा, जो सीधे गैर हाजिर रहने वाले विद्यार्थी के माता-पिता के पास पहुंचेगा।
एसएमएस सुविधा को लागू करने के लिए अभिभावकों के नंबरों को विभाग की वेबसाइट पर अपडेट किया गया है। स्कूलों में कक्षा में नियमित रूप से विद्यार्थियों की हाजिरी ली जाएगी। इस दौरान अगर कोई विद्यार्थी गैर हाजिर होता है तो सिस्टम में गैर हाजिर अपडेट करने के बाद एक ओटोमेटिक एसएमएस जनरेट होगा, जो सीधे गैर हाजिर रहने वाले विद्यार्थी के माता-पिता के पास पहुंचेगा।
नए सत्र से सभी स्कूलों को जोड़ने की योजना
शिक्षा विभाग की ओर से एसएमएस सुविधा से प्रथम चरण में लड़कियों के स्कूलों को जोड़ने की योजना बना रहा है। नए सत्र से यह योजना प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में लागू कर दी जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि सभी सरकारी स्कूलों में यह व्यवस्था लागू होने से स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ेगी और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
शिक्षा विभाग की ओर से एसएमएस सुविधा से प्रथम चरण में लड़कियों के स्कूलों को जोड़ने की योजना बना रहा है। नए सत्र से यह योजना प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में लागू कर दी जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि सभी सरकारी स्कूलों में यह व्यवस्था लागू होने से स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ेगी और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में एसएमएस सुविधा शुरू करने की योजना है। इसके तहत यदि कोई बच्चा गैर हाजिर होता है तो उसके अभिभावकों को एसएमएस द्वारा सूचित किया जाएगा। इसके लिए अभिभावकों के नंबरों को विभाग की वेबसाइट पर अपडेट कर दिया गया है। इससे स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ेगी। यह योजना जल्द ही सभी सरकारी स्कूलों में लागू की जाएगी।