सरकारी नौकरियों में मेरिट के फार्मूले पर उठे सवाल
दक्षिण हरियाणा विकास लोकमंच ने बुलाई बैठक
सीएम को शिकायत भेजने की तैयारी
रेवाड़ी : मेरिट के हिसाब से नौकरी देने की घोषणा करके मनोहर सरकार बेशक पीठ थपथपा रही है, लेकिन इस फार्मूले पर गंभीर सवाल उठने शुरू हो गए है। अंदरखाने विरोध की तैयारी हो रही है। इलाके में सक्रिय गैर राजनीतिक संगठन दक्षिण हरियाणा विकास लोकमंच इस मुद्दे पर बैठक बुलाने की तैयारी में है। यह बैठक इसी सप्ताह होगी। इस बैठक के बाद अहीरवाल के प्रबुद्ध लोग मुख्यमंत्री को लिखित शिकायत भेजेंगे। सूत्रों के अनुसार इस मुहिम में रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी साथ हैं। दहवि लोकमंच के अध्यक्ष बाबू जगजीत सिंह व महासचिव प्रो. रणबीर सिंह यादव का कहना है कि मौजूदा मेरिट फार्मूले देहात के युवाओं से धोखा है। महंगे व सुविधा संपन्न स्कूलों में पढ़े शहरी बच्चों के सामने ग्रामीण युवा बाहर हो जाएंगे। नौकरियों मेरिट पर मिले, लेकिन दो तरह से मेरिट तैयार हो। ग्रामीण आबादी व शहरी आबादी के अनुसार। ग्रामीण आबादी 65 फीसद से अधिक है। कुछ दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बिरेंद्र सिंह भी मेरिट के सिस्टम पर सवाल उठा चुके हैं। हम जल्दी ही इस मुद्दे पर मीटिंग बुलाने जा रहे हैं। हम हरियाणा के तमाम प्रमुख नेताओं को पत्र भेजकर मेरिट के मौजूदा फामरूले को बदलने की मांग करेंगे।
"मैं इस पक्ष में हूं की नौकरियां मेरिट के आधार पर मिलें, लेकिन यह मेरिट अर्बन व रूरल दो स्तर पर बननी चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो गांवों के युवा नौकरियों के हक से वंचित रह जाएंगे। मैं इस बात को सरकार के समक्ष उठाऊंगा। कुछ बातें देखने-सुनने में अच्छी लगती हैं, लेकिन उनका परिणाम समाज के उपेक्षित वर्ग को हक से वंचित करना होता है। मेरिट की बातें भी कुछ ऐसी ही हैं।"-- राव इंद्रजीत सिंह, रक्षा राज्यमंत्री।