53 हजार 763 पात्र अध्यापकों के HTET सर्टिफिकेट हुए रद्दी

HTET validity period

53 हजार 763 पात्र अध्यापकों के HTET सर्टिफिकेट हुए रद्दी

पांच साल मान्यता की मार सरकारी शिक्षक बनने के लिए किस कदर मारा मारी है, यह बताने की शायद आवश्यकता नहीं। शिक्षक बनने की सबसे पहली व अनिवार्य शर्त पात्रता परीक्षा को पास करने के लिए करोड़ों रुपये का खेल कर प्रश्नपत्र लीक करने की घटनाएं सार्वजनिक भी हो चुकी हैं। इस सबके बीच राज्य पात्रता परीक्षा पास करने वाले 50 हजार से अधिक युवाओं के लिए बुरी खबर है। इन पात्र अध्यापकों के सर्टिफिकेट अब रद्दी हो गए हैं।
उन्हें नए सिरे से परीक्षा पास कर पात्रता साबित करनी होगी। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के नियमों के मुताबिक पात्रता का सर्टिफिकेट केवल पांच साल तक ही वैध माना जाता है। यह अवधि बीत जाने के बाद भावी शिक्षक को दोबारा से एचटेट पास करना होगा।
हरियाणा में राज्य पात्रता परीक्षा पहली बार अगस्त 2008 में आयोजित की गई थी। इस दौरान 23 हजार 493 भावी शिक्षकों को तीनों लेवल में सफलता मिली। इसके बाद जुलाई 2009 में आयोजित की गई स्टेट के तीनों लेवल की परीक्षा में 15 हजार 802 उम्मीदवारों ने सफलता हासिल कर पात्र अध्यापक होने का सर्टिफिकेट हासिल किया था।  वर्ष 2016 दिसंबर में 14477
उम्मीदवारों ने तीनों लेवल में सर्टिफिकेट हासिल किए थे।
इन तीनों ही वर्षो के दौरान 53 हजार 763 उम्मीदवारों ने पात्रता सर्टिफिकेट हासिल किए थे। लेकिन इन परीक्षाओं को पांच साल से ज्यादा अवधि बीत चुकी है और नियमानुसार ये सर्टिफिकेट रद्दी में तब्दील हो गए हैं। ऐसे में इन उम्मीदवारों को एक बार फिर से अपनी पात्रता साबित करने के लिए एचटेट देना होगा।
तो 71 हजार और हो जाएंगे बेकार
वर्ष 2009 के बाद हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने नवंबर 2011 में हरियाणा पात्रता परीक्षा आयोजित की थी। इस दौरान तीनों लेवल में 71 हजार 434 भावी शिक्षकों ने सफलता हासिल कर एचटेट के सर्टिफिकेट लिए थे। 9 माह में यदि इन पात्र अध्यापकों की नियुक्ति बतौर शिक्षक नहीं हुई तो इनको भी दोबारा से एचटेट देने के लिए तैयार रहना होगा

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