Session 2019-20
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Haryana Govt. will give the job to retired teachers.
How to apply for a job only for retired teachers
Retired teachers willing to avail re-engagement, need to update the ‘Final Submit’ option on ERTS Portal.
Therefore, all willing retired teachers may ‘Final Submit’ their “Profile” through "Engagement of Retired
Teachers System (ERTS)" for which the following steps may be followed:
Retired teachers willing to avail re-engagement, need to update the ‘Final Submit’ option on ERTS Portal.
Therefore, all willing retired teachers may ‘Final Submit’ their “Profile” through "Engagement of Retired
Teachers System (ERTS)" for which the following steps may be followed:
- Log in with your ERTS Registration No and Password.
- Update your Registration Form (Part-1) and click on Save Button.
- Update your Entry Form (Part-2).
- Click on “Final Submit” Menu.
- Check your all details on Application Print Preview Form.
- Click on “Final Submit” Button.
रिटायर्ड टीचर्स की होगी दुबारा नियुक्ति - हरियाणा
रैगुलर टीचर की अनुपस्थिति में रिटायर टीचर लेंगे बच्चों की क्लास
चंडीगढ़ : गुरुजी के छुट्टी पर चले जाने से अब संबंधित विषय की पढ़ाई सुचारू रूप से जारी रहेगी। क्योंकि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के भविष्य संवारने के लिए शिक्षा विभाग ने 129 करोड़ रुपये खर्च करने का निर्णय लिया है। इसके लिए विभाग ने रिटायर्ड टीचरों से मदद ली है।
इस योजना के अंतर्गत 2300 रिटायर्ड टीचरों ने ऑनलाइन आवेदन भी कर दिए हैं। इस योजना में जो रेगुलर टीचर छुट्टी पर चला जाता है तो संबंधित विषय का रिटायर्ड टीचर ऑनलाइन उस स्कूल का चयन कर लेता है।
वर्तमान समय में अभी तक 941 पीजीटी, 642 मास्टर और 774 सीएवी वर्ग में आने वाले रिटायर्ड टीचरों ने ऑनलाइन के आवेदन भी कर दिया है।
हालांकि सरकार ने योग्यता के आधार पर पीजीटी में 667 और मास्टर में 414 टीचरों को हरी झंडी भी दिखा दी है। इसके अलावा शिक्षा विभाग ने सख्त निर्देश दिए है कि इस योजना के अंतर्गत शामिल होने वाले रिटायर्ड टीचरों को दस्तावेजों की कमी के कारण चक्कर न कटवाया जाएं।
इस संदर्भ में शिक्षा विभाग के स्टेट प्रोग्राम आफिसर डा. अजय बल्हारा ने बताया कि सरकारी स्कूल में शिक्षकों की अनुपस्थिति के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए सरकार ने शिक्षा विभाग को 129 करोड़ रुपये दिए हैं, ताकि रिटायर्ड टीचरों से मदद ली जा सकें।
आवेदन के बाद यह होगी प्रक्रिया : आवेदन के बाद रिटायर्ड टीचर को मैसेज मिलेगा और वह मैसेज पर लिखी तारीख से ही उस स्कूल में ज्वाइनिंग कर पढ़ा सकेगा। सरकार ने ऐसे शिक्षकों के वेतन पर भी खास ख्याल रखा है, नियमानुसार ऐसे रिटायर्ड शिक्षकों के लिए 16 हजार 450 रुपये का वेतन निश्चित किया है।
चंडीगढ़ : गुरुजी के छुट्टी पर चले जाने से अब संबंधित विषय की पढ़ाई सुचारू रूप से जारी रहेगी। क्योंकि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के भविष्य संवारने के लिए शिक्षा विभाग ने 129 करोड़ रुपये खर्च करने का निर्णय लिया है। इसके लिए विभाग ने रिटायर्ड टीचरों से मदद ली है।
इस योजना के अंतर्गत 2300 रिटायर्ड टीचरों ने ऑनलाइन आवेदन भी कर दिए हैं। इस योजना में जो रेगुलर टीचर छुट्टी पर चला जाता है तो संबंधित विषय का रिटायर्ड टीचर ऑनलाइन उस स्कूल का चयन कर लेता है।
वर्तमान समय में अभी तक 941 पीजीटी, 642 मास्टर और 774 सीएवी वर्ग में आने वाले रिटायर्ड टीचरों ने ऑनलाइन के आवेदन भी कर दिया है।
हालांकि सरकार ने योग्यता के आधार पर पीजीटी में 667 और मास्टर में 414 टीचरों को हरी झंडी भी दिखा दी है। इसके अलावा शिक्षा विभाग ने सख्त निर्देश दिए है कि इस योजना के अंतर्गत शामिल होने वाले रिटायर्ड टीचरों को दस्तावेजों की कमी के कारण चक्कर न कटवाया जाएं।
इस संदर्भ में शिक्षा विभाग के स्टेट प्रोग्राम आफिसर डा. अजय बल्हारा ने बताया कि सरकारी स्कूल में शिक्षकों की अनुपस्थिति के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए सरकार ने शिक्षा विभाग को 129 करोड़ रुपये दिए हैं, ताकि रिटायर्ड टीचरों से मदद ली जा सकें।
आवेदन के बाद यह होगी प्रक्रिया : आवेदन के बाद रिटायर्ड टीचर को मैसेज मिलेगा और वह मैसेज पर लिखी तारीख से ही उस स्कूल में ज्वाइनिंग कर पढ़ा सकेगा। सरकार ने ऐसे शिक्षकों के वेतन पर भी खास ख्याल रखा है, नियमानुसार ऐसे रिटायर्ड शिक्षकों के लिए 16 हजार 450 रुपये का वेतन निश्चित किया है।
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लड़खड़ाती शिक्षा व्यवस्था को सेवानिवृत्त शिक्षक देंगे सहारा
शिक्षा विभाग ने मांगी प्रदेशभर से रिटायर्ड अध्यापकों की सूची’ खाली पड़े पदों की जगह पर सेवाएं लेने की योजना
फतेहाबाद : सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण लड़खड़ा रही शिक्षा को अब सेवानिवृत्त शिक्षकों का सहारा मिलेगा। एक तीर से दो निशाने साधने जा रहे शिक्षा विभाग ने स्कूलों में शिक्षकों की आवश्यकता को अनुभव के साथ पूरा करने का नायाब फामरूला निकाला है।
इस कड़ी में विभाग ने सभी जिलों से सेवानिवृत्त शिक्षकों सूची मांग ली है। जाहिर है कि स्कूलों में अध्यापकों की कमी तो दूर होगी ही, विद्यार्थियों को बुजुर्ग शिक्षकों का अनुभव भी प्राप्त हो सकेगा। बता दें कि प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में हजारों अध्यापकों के पद खाली पड़े हुए हैं। आलम तो यह कि सैकड़ों स्कूल बिना मुखिया के चल रहे हैं। स्वाभाविक तौर पर ही खाली पड़े पदों पर अध्यापकों की भर्ती न होने के कारण सरकारी स्कूलों में परीक्षा परिणाम गिरता जा रहा है। स्कूलों का वही रोना कि टीचर ही नहीं हैं तो क्या करें। बताया जाता है कि जब तक शिक्षकों का स्थाई समाधान नहीं होता, सेवानिवृत्त शिक्षकों की वैकल्पिक व्यवस्था राहत देगी। ूशिक्षा विभाग के आदेशानुसार जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूल मुखियाओं को आदेश दिये है कि वह अपने - अपने इलाका संबंधित गांव में रिटायर्ड अध्यापकों की सूची बनाकर भेजेंगे। जानकारी में वह रिटायर्ड कर्मचारी के बारे में यह जानकारी प्राप्त करेंगे। वह किसी पद पर कार्यरत था। इसके बाद वह सूची शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास भेजी जाएगी।
"शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने अपनी नई सोच के तहत हर जिले से रिटायर्ड अध्यापकों की सूची मांगी है। सूची प्रत्येक गांव से स्कूल मुखिया देंगे। यह नई योजना शिक्षा स्तर को और बेहतर बनाने के लिए तय की गई है। जो काफी सराहनीय है।"-- डॉ. यज्ञदत्त वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी।
शिक्षा स्तर में होगा काफी सुधार
रिटायर्ड कर्मचारियों को अगर स्कूल की खाली पदों पर अनुबंध पर रखा जाता है तो इससे शिक्षा स्तर काफी हद तक सुधर सकता है। इसके अलावा शिक्षा विभाग के अधिकारियों की परेशानी भी दूर हो जाएगी। शिक्षा विभाग की नई योजना से प्रदेशभर के स्कूलों के हालत भी सुधरेंगे। प्रदेशभर में हजारों अध्यापकों के पदों खाली पड़े, लेकिन नई योजना के तहत रिटायर्ड कर्मचारी स्कूल में आते हैं तो शिक्षा स्तर सुधरना लगभग तय है।
प्रदेशभर में 850 स्कूलों में मुखिया ही नहीं है। इसमें 377 सीनीयर सेकेंडरी में ¨प्रसीपल के पद खाली पड़े हुए है। 475 हाई स्कूलों में हेड मास्टर नहीं है। वहीं प्राइमरी स्कूलों में 2200 प्राइमरी स्कूलों में मिडिल हेड टीचर ही नहीं है। 1800 मिडल स्कूलों में हेड के पद खाली पड़े हुए हैं। वही जेबीटी मामले कोर्ट पूरी तरह अपने फैसले को स्पष्ट नहीं कर पाई है।
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Sir,Re-engagement PGT की salary सत्र 2021-22 की कितनी है
ReplyDelete29715/-
DeleteSir Re-enggmen. Tgt ki salary kitani
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