फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों पर प्रिंसिपलों को नौकरी !
जींद :- हिसार, सिरसा और जींद जिलों में स्थित आरोही माडल स्कूलों में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर प्रिंसिपल की नौकरी पाने की शिकायत पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अपनी जांच रिपोर्ट अलग-अलग सौंपी।
पहले की गई जांच में जहां सभी को पाक साफ करार दिया तो दूसरी रिपोर्ट में अधिकारी ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के लिए दोषी माना तथा प्रिंसिपल पद के लिए अयोग्य ठहराया।
पहले की गई जांच में जहां सभी को पाक साफ करार दिया तो दूसरी रिपोर्ट में अधिकारी ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के लिए दोषी माना तथा प्रिंसिपल पद के लिए अयोग्य ठहराया।
यह मामला घिराय, कालूवास और हसनपुर गांव में स्थित आरोही स्कूलों का बताया गया है। विभाग ने नियुक्ति व स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों के विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के आदेश देकर जांच पड़ताल कर आठ सप्ताह में स्टेट्स रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए थे, लेकिन 10 माह बीतने के बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायतकर्ता ने अब डीसी को मामले की शिकायत कर उस पर कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में अर्बन एस्टेट निवासी जगदीश ने बताया कि उसने वर्ष 2014 विभाग को फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर आरोही स्कूलों में प्रिंसिपल की नियुक्ति के विरुद्ध तथ्यों समेत शिक्षा विभाग के डायरेक्टर को शिकायत दी थी।
दूसरी जांच के बाद शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने तीनों आरोही प्राचार्यों को जांच रिपोर्ट के आधार पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए। सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने प्रधान सचिव शिक्षा विभाग व शिक्षा मंत्री द्वारा अनुमोदित कारण बताओ को सही मानकर कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसके साथ ही नियुक्ति तथा स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों के विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।
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