राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार ने सीएम विंडो पर आई शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने और भ्रष्टाचार के आरोपी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की है। सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता ने मेवात की जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सीमा शर्मा, नारनौल नगर पालिका के सचिव व समालखा के एसएचओ को निलंबित किया है। गुरुग्राम के डीसी को निर्देश दिए हैं कि जिला राजस्व अधिकारी व अन्य कर्मियों पर कार्रवाई करें। पटौदी में शहरी स्थानीय निकाय के उपमंडल अधिकारी (पंचायती राज) पर कार्रवाई के लिए भी कहा है।राकेश गुप्ता और सीएम के ओएसडी भूपेश्वर दयाल ने कहा कि गांवों के विकास के लिए दी गई सरकारी राशि का दुरुपयोग करने वाले सरपंच और पंच अब जेल भेजे जाएंगे। उन्होंने सिरसा के डीसी को कालुआना गांव के पूर्व सरपंच जगदेव सिंह पर एफआइआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। जगदेव के विरुद्ध सीएम विंडो पर पंचायत के नौ लाख रुपये तीन साल से रखने और मनरेगा की राशि के दुरुपयोग का आरोप था। झज्जर के गांव डाबोदा खुर्द के सरपंच राजबीर सिंह मलिक के खिलाफ सिटी मजिस्ट्रेट को 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया गया है। मलिक पर एक करोड़ 11 लाख रुपये की राशि के दुरुपयोग का आरोप है। गुप्ता ने जींद के ग्राम सचिव के खिलाफ फंड के दुरुपयोग में एफआइआर दर्ज करने के आदेश जारी किए। कुरुक्षेत्र के पूर्व नायब-तहसीलदार (सेवानिवृत्त) के विरुद्ध बिना एनओसी वसीका पंजीकृत करने के दोषी ईश्वर सिंह मलिक के खिलाफ एफआइआर होगी। सीएम विंडो पर आई शिकायत का निपटान करने में लापरवाही पर मेवात जिले की जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सीमा शर्मा और नगरपालिका नारनौल के सचिव को निलंबित करने के आदेश जारी किए गए। स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर रणदीप सिंह पूनिया के विरुद्ध शिकायतआई कि उनके विरुद्ध 15 विभागीय शिकायतें लंबित हैं, जिन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग के नोडल अफसर को तुरंत कार्रवाई कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। गुप्ता ने बॉयोमीटिक सिस्टम से हाजिरी नहीं लगाने वाले कर्मचारियों का वेतन रोकने के आदेश जारी किए गए।
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