मुंबई, आइएएनएसप्रेट्र : बैंकों के बचत खातों से साप्ताहिक निकासी सीमा सोमवार से 50 हजार रुपये हो गई। इससे पहले यह सीमा 24 हजार रुपये थी। भारतीय रिजर्व बैंक ने निकासी सीमा पर पाबंदी दो चरणों में हटाने की घोषणा की थी। सोमवार से पहले चरण के तहत धन निकासी दोगुनी से ज्यादा की गई है।1आरबीआइ ने पिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी के साथ लगाई पाबंदियां चरणबद्ध तरीके से हटाई हैं। 30 जवरी को उसने करेंट एकाउंट और कैश क्रेडिट एकाउंट से सभी पाबंदी हटा ली थी। एटीएम से दैनिक निकासी सीमा भी बढ़ाकर दस हजार रुपये कर दी गई थी। एटीएम से निकासी पर पूरी पाबंदी 13 मार्च को हटाई जाएगी। भारतक्यूआर कोड लांच : कैशलेस ट्रांजैक्शन के लिए भारतक्यूआर कोड सोमवार को लांच कर दिया गया। दुनिया का यह पहला पेमेंट सोल्यूशन है जिसका उपयोग विभिन्न प्लेटफार्म पर किया जाएगा। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआइ), मास्टरकार्ड और वीजा द्वारा विकसित भारतक्यूआर कोड दुकानदारों को डिसप्ले करना होगा। अब उन्हें कई क्यूआर कोड डिसप्ले नहीं करने होंगे। इससे खरीदारों के लिए शॉपिंग आसान हो जाएगी। उन्हें क्रेडिट व डेबिट कार्ड स्वाइप करने के बजाय स्कैन करके भुगतान करना होगा।
बैंकों से साप्ताहिक निकासी सीमा हुई 50 हजार रुपये
मुंबई, आइएएनएसप्रेट्र : बैंकों के बचत खातों से साप्ताहिक निकासी सीमा सोमवार से 50 हजार रुपये हो गई। इससे पहले यह सीमा 24 हजार रुपये थी। भारतीय रिजर्व बैंक ने निकासी सीमा पर पाबंदी दो चरणों में हटाने की घोषणा की थी। सोमवार से पहले चरण के तहत धन निकासी दोगुनी से ज्यादा की गई है।1आरबीआइ ने पिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी के साथ लगाई पाबंदियां चरणबद्ध तरीके से हटाई हैं। 30 जवरी को उसने करेंट एकाउंट और कैश क्रेडिट एकाउंट से सभी पाबंदी हटा ली थी। एटीएम से दैनिक निकासी सीमा भी बढ़ाकर दस हजार रुपये कर दी गई थी। एटीएम से निकासी पर पूरी पाबंदी 13 मार्च को हटाई जाएगी। भारतक्यूआर कोड लांच : कैशलेस ट्रांजैक्शन के लिए भारतक्यूआर कोड सोमवार को लांच कर दिया गया। दुनिया का यह पहला पेमेंट सोल्यूशन है जिसका उपयोग विभिन्न प्लेटफार्म पर किया जाएगा। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआइ), मास्टरकार्ड और वीजा द्वारा विकसित भारतक्यूआर कोड दुकानदारों को डिसप्ले करना होगा। अब उन्हें कई क्यूआर कोड डिसप्ले नहीं करने होंगे। इससे खरीदारों के लिए शॉपिंग आसान हो जाएगी। उन्हें क्रेडिट व डेबिट कार्ड स्वाइप करने के बजाय स्कैन करके भुगतान करना होगा।