कैथल : जाखौली गांव के प्राइमरी स्कूल से होते हुए अजीबोगरीब खुजली अब साथ लगते बड़े स्कूल में पहुंच गई है। से खुजली की बीमारी खत्म नहीं हो रही है। अब राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रओं को भी एलर्जी ने अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। बुधवार को स्कूल पहुंची करीब 20 छात्रओं को तेजी से खुजली होने लगी तो उन्हें उपचार के लिए गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करवाया गया, जहां उसे उन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल रेफर कर दिया है। दो एंबुलेंस में बीमारी छात्रओं को अस्पताल लाया गया। इस दौरान स्कूल स्टाफ से एक भी शिक्षक या कर्मचारी उनके साथ नहीं था, अभिभावक ही छात्रओं को लेकर स्कूल पहुंचे। वहीं अस्पताल में भी इलाज के दौरान लापरवाही बरती गई। खारिश की समस्या से परेशान छात्रओं का इलाज करने की बजाए उन्हें पर्ची बनवाने के लिए लाइन में खड़ा कर दिया।
इन छात्रओं को हुई एलर्जी
एलर्जी से पीड़ित पहले 11 छात्रओं को एक एंबुलेंस में लाया गया। इसके बाद दूसरी एंबुलेंस में नौ छात्रएं इलाज के लिए पहुंची।एलर्जी से बीमार हुई छात्रओं में छठी से 12 कक्षा तक की छात्रएं शामिल थी। माफी, ज्योति, मेनका, प्रीति, नैंसी, कांता, रेखा, मंजीत, मंजू, स्वाति, काजल, मंजू, नेहा, मनीषा, सोनिया, प्रियंका, रीना, कोमल, स्वाति व 12वीं कक्षा की ऋतू शामिल है। 1इनमें पांच छात्रएं ऐसी हैं, जो पहले भी इलाज के लिए अस्पताल पहुंची है। छात्रओं ने कहा कि दो दिन के अवकाश के बाद जब आज स्कूल पहुंची तो प्रार्थना के बाद कक्षाएं में पहुंचते ही खारिश शुरू हो गई। शुरुआत में कम थी, लेकिन जब बढ़ती गई तो उन्होंने टीचरों को इस बारे में बताया। इसके बाद छात्रओं को पीएचसी ले जाया गया, जहां से इलाज के लिए सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। कई छात्रओं के शरीर पर तो ज्यादा खारिश करने से खून भी निकल आएं हैं!
परिजनों की बढ़ रही चिंता
छात्रओं को एलर्जी होने के बाद अस्पताल इलाज के लिए पहुंची महिला सिंधो, सुदेश, शकुंतला ने कहा कि एक सप्ताह से स्कूल व गांव में यह समस्या फैली हुई है। रातभर बेटियां खुजली की वजह से परेशान रहती है। इलाज में भी खानापूर्ति हो रही है। आज सुबह बेटियां ठीक-ठाक स्कूल में गई थी, लेकिन थोड़ी देर बाद स्कूल से फोन आया कि लड़कियों को खारिश होने लगी है। इसके बाद वे सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंची। इलाज के लिए यहां लेकर आए हैं। *प्राथमिक स्कूल में नहीं हुई
इन छात्रओं को हुई एलर्जी
एलर्जी से पीड़ित पहले 11 छात्रओं को एक एंबुलेंस में लाया गया। इसके बाद दूसरी एंबुलेंस में नौ छात्रएं इलाज के लिए पहुंची।एलर्जी से बीमार हुई छात्रओं में छठी से 12 कक्षा तक की छात्रएं शामिल थी। माफी, ज्योति, मेनका, प्रीति, नैंसी, कांता, रेखा, मंजीत, मंजू, स्वाति, काजल, मंजू, नेहा, मनीषा, सोनिया, प्रियंका, रीना, कोमल, स्वाति व 12वीं कक्षा की ऋतू शामिल है। 1इनमें पांच छात्रएं ऐसी हैं, जो पहले भी इलाज के लिए अस्पताल पहुंची है। छात्रओं ने कहा कि दो दिन के अवकाश के बाद जब आज स्कूल पहुंची तो प्रार्थना के बाद कक्षाएं में पहुंचते ही खारिश शुरू हो गई। शुरुआत में कम थी, लेकिन जब बढ़ती गई तो उन्होंने टीचरों को इस बारे में बताया। इसके बाद छात्रओं को पीएचसी ले जाया गया, जहां से इलाज के लिए सिविल अस्पताल रेफर कर दिया। कई छात्रओं के शरीर पर तो ज्यादा खारिश करने से खून भी निकल आएं हैं!
परिजनों की बढ़ रही चिंता
छात्रओं को एलर्जी होने के बाद अस्पताल इलाज के लिए पहुंची महिला सिंधो, सुदेश, शकुंतला ने कहा कि एक सप्ताह से स्कूल व गांव में यह समस्या फैली हुई है। रातभर बेटियां खुजली की वजह से परेशान रहती है। इलाज में भी खानापूर्ति हो रही है। आज सुबह बेटियां ठीक-ठाक स्कूल में गई थी, लेकिन थोड़ी देर बाद स्कूल से फोन आया कि लड़कियों को खारिश होने लगी है। इसके बाद वे सूचना मिलने पर अस्पताल पहुंची। इलाज के लिए यहां लेकर आए हैं। *प्राथमिक स्कूल में नहीं हुई
प्राथमिक कन्या स्कूल की हेड इंचार्ज अनीता ने कहा कि स्कूल में 201 छात्रओं में से 50 के करीब छात्रएं आई थी। अन्य सभी छात्रओं को एलर्जी के कारण एक सप्ताह तक की छुट्टी के आदेश विभाग द्वारा किए गए हैं। आज किसी छात्र को कोई एलर्जी नहीं हुई है। जो छात्रएं एलर्जी से पीड़ित थी, वे स्कूल पहुंची थी, लेकिन उन्हें वापस घर भेज दिया गया।